शाहजहांपुरः ब्लड कैंसर से पीड़ित एक लड़की जो जीना तो चाहती है लेकिन महंगी दवा और महंगा इलाज उसकी जिन्दगी धीरे धीरे खत्म कर कर रहा हैं। जी हां हम बात कर रहे है यूपी के शाहजहांपुर की रहने वाली एक लड़की की जो इस वक्त जिन्दगी की सांसों के लिए लड़ रही है। प्राईवेट महंगे इलाज में अपना लाखों रूपया और सब कुछ गवां चुका परिवार अब उम्मीदें छोड़ चुका है, लेकिन पैसों की कमी से जूझ रही ब्लड कैंसर से पीड़ित लड़की अपनी जिन्दगी के लिए गुहार लगा रही है और लोगों से मदद की अपील भी कर रही है।
क्या है पूरा मामला?
-सदर बाजार थाना क्षेत्र के जलालनगर मोहल्ले में रहने वाले भानू प्रताप मजदूरी करते है।
-भानू प्रताप की 20 साल की बेटी प्रीति ब्लड कैंसर से पीड़ित है।
-एक प्राईवेट क्लीनिक से शुरू हुआ इलाज लखनऊ के सहारा हॉस्पिटल में जाकर खत्म हो गया।
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-प्राईवेट हॉस्पिटल में उसके महंगे इलाज ने उसके परिवार का सब कुछ खत्म कर दिया।
-प्राईवेट इलाज के बाद इस परिवार के पास अब इलाज के लिए पैसे ही नहीं है।
-दो साल पहले परिवार को जांच में पता चला की प्रीति को ब्लड कैंसर है।
-इसके बाद परिवार के लोगों ने पहले सरकारी इलाज कराया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
-परिवार के लोगो ने प्राईवेट अस्पतालों में इलाज कराना शुरू किया।
-प्राईवेट जांचे और दवा इतनी महंगी है कि कुछ ही महीनों में लाखों रूपया खर्च हो गया।
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-लखनऊ के सहारा हॉस्पिटल में भी जांचे हजारों में की गई।
-दवा इतनी महंगी कि परिवार के पास अब पैसा ही नहीं बचा है।
-यही वजह है कि ये लड़की अपनी जिन्दगी के लिए लोगों से मदद की अपील कर रही है।
क्या कहते हैं भाई संजीव कुमार?
उसके पिता मजदूरी करते थे लेकिन उनके भी पैर खराब हो गए जिससे घर में ज्यादा दिक्कतें आती हैं। एक तरफ इतना महंगा इलाज न हो पाने से उसकी बहन को वह रोज मरते हुए देखता है। उसकी लोगों से अपील है कि उसे इतनी मदद की जाए जिससे उसकी बहन ठीक हो सके।
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इसमें कोई दो राय नही कि महंगा इलाज रोजाना दर्जनों लोगों की जिन्दगी छीन लेता है। आज महंगा इलाज ही प्रीति की जिन्दगी का दुश्मन बन गया है। प्रीति जीना चाहती है लेकिन पैसों की कमी उसकी जिन्दगी में दीवार बनकर खड़ी हो गई है। ऐसे में इस कैंसर पीड़िता को जरूरत है ऐसे मददगार की जो उसकी जिन्दगी बचाने के लिए आगे आ सके।