Coronavirus की तीसरी लहर से बचाएगी ये दवा, कंपनी ने सरकार से मांगी मंजूरी
कोरोनावायरस ने भारत को हीं नहीं पूरे विश्व को अपने चपेट में लिया है जिसमें मुख्य रुप से अमेरिका(USA),ब्राजील(Brazil),यूके(Britain), जर्मनी(Germany),भारत आदि प्रमुख देश है। कोरोना इन सभी देशों की सामाजिक से लेकर आर्थिक हालात को बिगाड़ने का काम किया है। लोगों के व्यापार चौपट हुए तो कई लोगों को तो अपना व्यापार बंद करना पड़ा। विशेषज्ञों के द्वार अब ये आशंका जताई जा रही है कि कोरोना की तीसरी लहर भी आएगी जिसकों अक्टूबर के मध्य में आने की आशंका जताई जा रही है।
लखनऊ न्यूज। कोरोनावायरस ने भारत को हीं नहीं पूरे विश्व को अपने चपेट में लिया है जिसमें मुख्य रुप से अमेरिका(USA),ब्राजील(Brazil),यूके(Britain), जर्मनी(Germany),भारत आदी प्रमुख देश है। कोरोना इन सभी देशों की सामाजिक से लेकर आर्थिक हालात को बिगाड़ने का काम किया है। लोगों के व्यापार चौपट हुए तो कई लोगों को तो अपना व्यापार बंद करना पड़ा। विशेषज्ञों के द्वार अब ये आशंका जताई जा रही है कि कोरोना की तीसरी लहर भी आएगी जिसको अक्टूबर के मध्य में आने की आशंका जताई जा रही है। इस लहर में ज्यादातर छोटे बच्चों को चपेट में आने की संभावना है। कोरोना के तीसरे लहर से बचाने के लिए प्रमुख दवा कंपनी जैडस कैडिला(Zydus Cadila) ने बच्चों को कोरना से बचाने के लिए दवा तैयार की है जिसकी मंजूरी के लिए कंपनी ने भारत सरकार के ड्रग कंट्रोल विभाग डीसीजीआई को आवेदन किया है।
आपको बता दे की देश में इस साल जनवरी से कोरोना संक्रमण रोधी टीकाकरण (Vaccination In India) जारी है। इस बीच कोरोना की दूसरी लहर थोड़ी कमजोर पड़ी है। वहीं तीसरी लहर (Covid-19 3rd Wave) के बारे में आशंकाएं जाहिर की जा रही है। कई रिपोर्ट्स में विशेषज्ञों के हवाले से दावा किया गया है कि तीसरी लहर में बच्चों पर इसका असर पड़ सकता है। इन सबके बीच फार्मा कंपनी Zydus Cadila ने DCGI को आवेदन कर Zycov-D के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी की मांग की है। यह वैक्सीन 12 वर्ष की उम्र से 18 वर्ष तक की उम्र के बच्चों के लिए कोरोनावायरस बीमारी (Covid-19) के खिलाफ डीएनए वैक्सीन (DNA Vaccine) है। समाचार एजेंसी रायटर्स के अनुसार कंपनी ने 28,000 से अधिक वॉलंटियर्स पर ट्रायल किया और फिर तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल के नतीजे पेश किए।
Zycov-D 12 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों के लिए सुरक्षित है
Zydus Cadila के तीसरे चरण के क्लिनिकल परीक्षण डेटा के अनुसार Zycov-D 12 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों के लिए सुरक्षित है। कंपनी ने सालाना कोविड-19 टीकों की 10 करोड़ खुराक का उत्पादन करने की योजना बनाई है।
हाल ही में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के प्रमुख डॉ। रणदीप गुलेरिया ने कहा कि बच्चों के लिये कोविड-19 टीकों की उपलब्धता एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी और इससे स्कूल खुलने और उनके लिए बाहर की गतिविधियों का रास्ता खुलेगा। हाल ही में एम्स डायरेक्टर डॉ। गुलेरिया ने कहा था, 'अगर जायडस के टीके को मंजूरी मिलती है तो यह भी एक और विकल्प होगा।'
बता दें भारत बायोटेक के टीके कोवैक्सीन के दो से 18 वर्ष आयुवर्ग के बच्चों पर किये गए दूसरे और तीसरे चरण के परीक्षण के आंकड़ों के सितंबर तक आने की उम्मीद है। इसके साथ ही अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइजर के टीकों को भी अनुमति मिलने की संभावना जताई जा रही है।