लखनऊ: राज्य सरकार की पहल पर सिटी के पॉश इलाके में चल रही मुख्यमंत्री हेल्पलाइन सेवा के कर्मचारी खुद संकट में फंस गए हैं। सिर्फ एक कॉल पर आम जनता की समस्याओं को दूर करने का दावा करने वाले कर्मचारियों की अब कोई सुध तक नहीं ले रहा। इसके चलते खासा हंगामा खड़ा हो गया है।
हम बात कर रहे हैं सिटी के विभूतिखंड इलाके में साइबर टॉवर नामक कांप्लेक्स में संचालित हो रही 'सीएम हेल्पलाइन 1076' के बदहाली की, जिसके कर्मचारियों को पिछले कई महीनों से सैलरी ही नसीब नहीं हुई है। इसके चलते इस बिल्डिंग पर सैंकड़ों कर्मचारी प्रदर्शनरत हैं। मामले की जानकारी होते ही अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
सुसाइड की धमकी दे रहे कर्मचारी
सीएम हेल्पलाइन 1076 का ऑफिस साइबर टावर में छठे तल पर संचालित होता है। यहां सैकड़ों कर्मचारी इस लाइन पर आने वाली कॉल को अटेंड कर लोगों की समस्याओं को दूर करने का दावा करते हैं। लेकिन पिछले कुछ महीनों से इन कर्मचारियों का वेतन नहीं आया है। ऐसे में कई कर्मचारी सारा काम काज ठप्प करके प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इतना ही नहीं सैलरी न मिलने से आहत एक युवक वेतन की मांग करता हुआ सुसाइड करने जा रहा था, सूचना पर पुलिस ने पहुंचकर उसे नीचे उतारा और वेतन के लिए वार्ता का आश्वासन दिया।
एनजीओ ने दिया आश्वासन
सीएम हेल्पलाइन को एक एनजीओ इस बिल्डिंग में संचालित करती है। इसी एनजीओ ने अच्छे वेतन का लालच देकर करीब 300 से अधिक बेरोजगारों को नौकरी पर रखा था। लेकिन वेतन न मिलने से कर्मचारी आंदोलनरत हो गए। करीब 15 दिन पहले भी जब कर्मचारियों ने हंगामा किया था तो अधिकारियों ने 6 मार्च को वेतन देने की बात कही थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसलिए दुबारा से कर्मचारी हंगामे पर उतर आए। इसके बाद एनजीओ के अधिकारियों ने प्रदर्शनरत कर्मचारियों को जल्द वेतन मुहैया कराने का आश्वासन दिया।