लखनऊ: कृष्णानगर के फौजी कॉलोनी निवासी बुजुर्ग दंपति कृष्णदत्त पांडेय एवं माधुरी पांडेय हत्याकांड मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। घटना के 15 दिन बाद पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या का खुलासा किया। इस दौरान जो जानकारी सामने आई है उससे पुलिस भी दंग है। घटना को अंजाम देने वालों ने कबूला कि अपनी रोजमर्रा की जरूरतों और मौज-मस्ती के लिए उन्होंने बुजुर्ग दंपति को मौत के घाट उतारा था।
ऐसे आए गिरफ्त में
पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे और सर्विलांस की मदद से आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए आरोपियों के पास से लूटपाट का सामान भी बरामद हुआ है। सबूत के आधार पर पुलिस ने कृष्णानगर के रहने वाले संजय नटियल और कैलाश चंदवानी को गिरफ्तार किया, जबकि उनका एक साथी सोहराबुद्दीन फरार है।
रची गहरी साजिश
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्हें को पहले से इस बात की जानकारी थी कि बुजुर्ग दंपति घर में अकेले रहते हैं। उनका एक फ्लोर किराए पर देने के लिए खाली है। आरोपियों ने उनके घर को किराए पर लेने के लिए संपर्क किया। जब बुजुर्ग अपना घर दिखाने के लिए उन्हें छत पर ले गए, तो मौका देखकर तीनों ने उन्हें मौत के घाट उतार दिया। शोर-गुल सुनकर जब उनकी पत्नी ऊपर गईं तो उनपर भी ईंट से हमला कर मार डाला।
इत्मीनान से की थी लूट
पुलिस के मुताबिक़ तीनों आरोपियों ने बुजुर्ग दंपति की हत्या के बाद इत्मीनान से लूटपाट की। फिर बाक़ी सामान जस का तस छोड़ चले गए। ताकि लूट-पाट का पता न चले।
'नारको टेस्ट कवा लो' मैंने नहीं मारा
बेहद ही शातिर तरीके से घटना को अंजाम देने वाले लड़कों ने उल्टे पुलिस पर ही इस मामले में फंसाने का आरोप लगाया। उनका कहना था, ''आप चाहें तो मेरे मोबाइल की लोकेशन निकलवा लें या मेरा नारको टेस्ट करवा लें मैंने किसी को भी नहीं मारा है''। हालांकि जब उनसे लूट का सामान और मोबाइल बरामदगी के बारे में पूछा गया तो कुछ नहीं बोल सकें।