लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूखे की स्थिति का जायजा लेने के लिए छह मंत्रियों की समिति बनाई है। यह समिति उन्हें सूखे की स्थिति पर अपनी रिपोर्ट देगी। उप्र के मुख्य सचिव राजीव कुमार ने इस संदर्भ में एक बयान जारी किया है।
यह भी पढ़ें...लखनऊः बुंदेलखंड में इस सीजन में भी 8 जिले सूखाग्रस्त घोषित
बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश के चित्रकूट-झांसी, आगरा-अलीगढ़ और मेरठ-सहारनपुर मंडल में सूखे की स्थिति की जानकारी और आकलन के लिए मंत्री समूहों का गठन किया है। इन मंत्री समूहों को दो सप्ताह में अपनी रिपोर्ट देनी है।
प्रदेश के कई जनपदों में कम बारिश होने के चलते सूखे की स्थिति बनी हुई है। सूबे के मुखिया ने मंत्रियों को आवंटित दो-दो मंडल की रिपोर्ट दो हफ्ते में देने की अपेक्षा की है।
यह भी पढ़ें...बुंदेलखंड में सूखे का कहर जारी, इस सीजन में भी 8 जिले सूखाग्रस्त घोषित
बयान में बताया गया है कि हर समूह में दो मंत्री हैं। पहले समूह में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही एवं राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार सुरेश राणा हैं। इनके जिम्मे चित्रकूट और झांसी मंडल की रिपोर्ट देने का काम है। चौधरी लक्ष्मी नारायण एवं मंत्री गिरीश चंद्र यादव भी आकलन समिति में हैं। इन्हें मेरठ व सहारनपुर मंडलों में सूखे की स्थिति की रिपोर्ट तैयार करनी होगी।
तीसरे समूह में सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह एवं मंत्री धर्म सिंह सैनी के नाम शामिल हैं। ये दोनों आगरा एवं अलीगढ़ मंडलों में सूखे की स्थिति का जायजा लेकर अपनी रिपोर्ट देंगे। रिपोर्ट दो हफ्तों में मुख्यमंत्री को दी जाएगी।