Muzaffarnagar News: बरसात से बड़ा हादसा: भरभराकर गिरा गरीब का कच्चा मकान, मलबे में दबने से दो की मौत

Muzaffarnagar News: मुजफ्फरनगर जनपद में दिन निकलते ही एक बड़ा हादसा उस समय हो गया जब देर रात से हो रही बरसात के चलते एक गरीब का कच्चा आशियाना भरभरा कर गिर गया। जिसके मलबे में परिवार के 5 लोगों दब गए थे|

Update:2023-06-25 11:41 IST

Muzaffarnagar News: मुजफ्फरनगर जनपद में दिन निकलते ही एक बड़ा हादसा उस समय हो गया जब देर रात से हो रही बरसात के चलते एक गरीब का कच्चा आशियाना भरभरा कर गिर गया। जिसके मलबे में परिवार के 5 लोगों दब गए थे, जिनमें दो बच्चों की जहां मौके पर ही दुखद मृत्यु हो गई तो वहीं तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें घायल अवस्था में मलबे से निकालकर ग्रामीणों द्वारा अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया।

घर में सो रहा था परिवार, घटना के बाद जिला प्रशासन ने किया मुआयना
घटना के बाद जहां मौके पर जिला प्रशासन के लोग घटना का मुआयना करने के लिए पहुंचे तो वहीं लोकदल के क्षेत्रीय विधायक अनिल कुमार ने भी मौके पर पहुंचकर पीड़ितों का हालचाल जाना। दरअसल, घटना नई मंडी कोतवाली क्षेत्र स्थित नसीरपुर गांव की है। जहां देर रात से हो रही बरसात के चलते इदरीश नाम के एक व्यक्ति के कच्चे मकान की छत दिन निकलते ही उस समय भरभरा कर गिर गई जब परिवार के लोग घर में सोये हुए थे। इस दौरान मलबे में दबकर इदरीश के 14 वर्षीय पुत्र उवैश और 13 वर्षीय भांजे असलम की जहां मौके पर ही दुखद मौत हो गई तो वहीं 40 वर्षीय इदरीश और उसकी 11 वर्षीय पुत्री करीन, 16 पुत्र समीर गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें घटना के बाद आसपास के स्थानीय लोगों ने बमुश्किल मलबे से बाहर निकाल कर उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया।

गरीब पात्रता की श्रेणी में होगा, तब मिलेगा मुआवजा

घटना के बाद जहां प्रशासनिक अधिकारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और घटना का जायजा लिया तो वही सूचना पर पुरकाजी विधानसभा सीट से लोकदल के स्थानीय विधायक अनिल कुमार भी मौके पर पहुंचे जहां उन्होंने पीड़ितों का हाल-चाल जानते हुए सरकार पर जमकर अपनी भड़ास निकाली। इस दौरान मौके पर पहुंचे एसडीम सदर परमानंद झा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस घटना की जांच करा देते हैं, यदि पीड़ित पात्रता की श्रेणी में आया तो उसको जरूरी लाभ दे दिए जाएंगे।

‘गरीबों को दिए पक्के मकान’ पर उठे सवाल

विधायक अनिल कुमार की माने तो घटना बहुत दुखद है व हमारे क्षेत्र के गांव नसीरपुर में ये हुआ है। चूंकि कई दिन से बरसात हो रही है तो छत गिरने से चार पांच लोग इसमें दबे हैं। जिसमें 4 बच्चे थे एवं दो बच्चों का दुखद निधन हो गया है, यह घटना सरकार के उन दावों की पोल भी खोलती है जो सरकार यह कहती है कि हमने हर गरीब व्यक्ति को मकान दे दिया है। अगर गरीब आदमियों को पक्के मकान मिल जाते तो शायद आज यह घटना ना होती। यह सरकार के दावों की पोल खोल रही है। क्योंकि सरकार यह कहती है कि जो आखिरी पंक्ति पर व्यक्ति खड़ा है, उसको भी हमने मकान दे दिया है। दूसरा जो सरकार के मानक हैं, उनमें भी सरकार को चेंज करना चाहिए और अगर कोई व्यक्ति ग्राम सभा में मकान के लिए आवेदन भी करता है तो यह कह कर उसका आवेदन अस्वीकार कर दिया जाता है कि इसकी तो पक्की दीवारें हैं लेकिन ठीक है, उसकी दीवार पक्की थी पर छत तो उसकी कच्ची थी। छत कच्ची होने के कारण घटना हो गई। पहले सरकारों में छत के लिए अलग से पैसा आता था लेकिन अब वह भी सरकार ने बंद कर दिया। ऐसे मकानों को चिन्हित करके उन मकानों को बनवाने का काम करना चाहिए। इस परिवार को आर्थिक मदद के साथ-साथ जिला प्रशासन को इनका एक मकान तत्काल बनवाकर देना चाहिए।

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