Raebareli शिक्षिका मानसी ने विकलांगता को दी मात, व्हील चेयर से स्कूल जाकर पढ़ाती हैं बच्चों को
हादसों ने हमें व्हील चेयर का मोहताज बना दिया हमने हार नहीं मानी। जैसे ही स्वस्थ्य हुए हमने व्हील चेयर को ही जिंदगी बना लिया। हम तब से आजतक रोज स्कूल जाकर बच्चों को पढ़ाते हैं।
करीब 6 साल पहले 2016 में वो मनहूस घड़ी भी शिक्षिका मानसी की जिंदगी में आई जब चलते फिरते पैर से एकाएक वो अपाहिज हो गई। एक सड़क हादसे में वो अपने पैरों को गंवा बैठी। लेकिन उन्होंने अपनी जिंदगी से हार नहीं मानी। बल्कि उनका जज्बा इतना मजबूत रहा कि उन्होंने इलाज कराया और आज व्हील चेयर पर बैठकर वो स्कूल बच्चों को पढ़ाने पहुंच रही हैं।
ब्लॉक जो की सदर विधायक अदिति सिंह के विधानसभा क्षेत्र में आता है। इसमें प्राथमिक विद्यालय अमरपुर गरखुआ है। इस स्कूल में बाउंड्री वॉल नहीं है। इसी जगह पर शिक्षिका मानसी सात किलोमीटर दूर अपनी व्हील चेयर से बच्चों को शिक्षा देने पहुंचती हैं।
मानसी बताती हैं कि साल 2016 उनके लिए कष्ट दायक बनकर आया। जब सुल्तानपुर से लौटते समय अमेठी के फुरसतगंज के पास एक रोड एक्सीडेंट में पैरों में गंभीर चोटें आई।
मानसी ने बताया काफी दवा इलाज हुआ लेकिन पैर ठीक नहीं हो सका। पहले हम अपने पैरों पर चलते थे लेकिन इन हादसों ने हमें व्हील चेयर का मोहताज बना दिया। लेकिन हमने हार नहीं मानी। जैसे ही स्वस्थ्य हुए हमने व्हील चेयर को ही अपनी जिंदगी बना लिया। हम तब से आजातक रोज स्कूल में जाकर बच्चों को पढ़ाते हैं।