Firozabad: गणेश चतुर्थी पर मूर्ति विक्रेता के चेहरों पर छाई उदासी, नहीं बिक रही मूर्ति
Firozabad News: फिरोजाबाद जिले में मूर्ति कर बडी-बड़ी सुंदर मूर्तियों को बिक्री को रखे हैं। लेकिन मूर्ति न बिकने के कारण कारीगरों के चेहरे मायूस दिखाई दे रहे हैं।
Ganesh Chaturthi 2022: आ गए गणेश जी कल है गणेश चतुर्थी घर घर पूजा होगी विघ्नहर्ता की दो साल के कॅरोना काल के बाद उम्मीद में बैठे मूर्ति कर व्यापार न चलने से परेशान ग्राहक आता देख परिवार को उम्मीद होती है खरीददार लेकिन विक्री न होने पर होती है मायूसी।
फिरोजाबाद जिले में मूर्ति कर बडी वड़ी सुंदर मूर्तियों को विक्री को रखे है सजावट को आक्राशक बनाने को पूरी तरह सजावट में लगे है। महिला बच्चे युवा मूर्ति को अधिक से अधिक सुंदर बना कर ग्राहक को बेचना चाहते है कोई आता दीखता है तो दौड़ कर महिला बच्चे आ जाते है कैसी लोगे मूर्ति ओर सौदेबाजी शुरू कर देते है परिवार में कोई विना लिए लौटता है तो दुख चेहरे पर दिखाई देता है।
गणपति बप्पा जी आने की तैयारी घर घर मूर्ति स्थापना को लेकर जबरदस्त खरीददारी होती है खरीदने बाले काफी संख्या में आते है लेकिन इस ओर काम खरीदने बालो को देख मूर्ति कर काफी भारी मन से दुखी दिखाई दे रहे है विघ्नहर्ता की मूर्ति खरीदने को काफी संख्या में ग्राहक महिला पुरूष युवक आते थे लेकिन इस बार कम दिखाई देते ग्राहक चेहरे पर चिंता की लकीर परिवार का कैसे होगा पालन पोषण क्या होगा अब मूर्ति विक्रेता रीता से बात की तो बताया सुबह से दो मूर्ति विकी है कोई खरीदने नही आ रहा बच्चे परिवार का भरण पोषण इसी से होता है।
धीरज दो साल मूर्ति नही विकी अब क्या होगा यही चिंता है परिवार और मूर्ति विक्री की चिंता है। महाराष्ट्र में होती थी गणेश चतुर्थी पर गणेश पूजा जिसका प्रचार अब उत्तर भारत मे आ गया है पहले इसे उत्तर भारत मे अशुभ माना गया था।
भादौ मास की चौथ को कलंक चौथ के रूप में जाना जाता था भागवत कथा के अनुसार इस चौथ का चंद्रमा देखने से कलंक लगता था भगवान श्रीकृष्ण को भी चोरी का का झूठा आरोप लगा था अंधविश्वास था जो व्यक्ति इस चौथ का चंद्रमा देखने के बाद कृष्ण सत्यजीत जामवंती की कहानी सुनना पड़ता था।