T20 World Cup: भारत-पाक मैच का ओवैसी ने भी किया विरोध, कहा- नौ सैनिकों की शहादत के बाद T20 का क्या मतलब
T20 World Cup: एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने T20 वर्ल्ड कप में भारत और पाकिस्तान के बीच मैच खेले जाने पर सवाल खड़े किए हैं।;
भारत बनाम पाकिस्तान मैच-असदुद्दीन ओवैसी (डिजाइन फोटो- सोशल मीडिया)
T20 World Cup: T20 वर्ल्ड कप में भारत और पाकिस्तान के बीच 24 अक्टूबर को होने वाले मैच को लेकर सियासत लगातार गरमाती जा रही है। भाजपा की ओर से इस मैच के खिलाफ उठे विरोध के स्वरों के बीच अब एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने भी T20 वर्ल्ड कप में भारत और पाकिस्तान के बीच मैच (India vs Pakistan Match) खेले जाने पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में हुई आतंकी घटनाओं (Aatanki Ghatna) में हमारे नौजवान शहीद हो चुके हैं मगर मोदी सरकार पाकिस्तान के साथ मैच खेलने जा रही है। उन्होंने मोदी सरकार (Modi Sarkar) को घेरते हुए कहा कि पाकिस्तान कश्मीर में भारतीयों की जान के साथ T20 खेलने में जुटा हुआ है और ऐसे माहौल में आप पाकिस्तान के साथ T20 मैच खेलेंगे?
हाल के दिनों में भारत पाकिस्तान के बीच खेले जाने वाले मैच के खिलाफ लगातार विरोध के स्वर उठते रहे हैं। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का भी कहना है कि कश्मीर में बढ़ते पाक प्रायोजित आतंकवाद के मद्देनजर केंद्र सरकार को इस मैच के आयोजन पर पुनर्विचार करना चाहिए। बिहार के डिप्टी चीफ मिनिस्टर तारकिशोर प्रसाद ने भी सोमवार को इस मैच के आयोजन पर सवाल खड़े करते हुए इसे रद्द (Ind vs Pak Radd) करने की मांग की थी।
पीएम मोदी के पुराने बयानों का किया जिक्र
एआईएमआईएम के मुखिया ओवैसी ने कहा कि कश्मीर के मौजूदा माहौल को देखते हुए पाकिस्तान के साथ मैच खेलने का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के पुराने बयानों का जिक्र भी किया। ओवैसी ने कहा कि मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्रित्व काल में मोदी जी कहा करते थे कि हमारी सेना के जवान मारे जा रहे हैं और मनमोहन सरकार बिरयानी खिलाने में जुटी हुई है। अब मोदी सरकार को इस सवाल का जवाब देना चाहिए कि घाटी में हाल के दिनों में हमारे 9 सैनिक शहीद हो चुके हैं और क्या ऐसे माहौल में आप पाकिस्तान के साथ T20 मैच खेलेंगे? पाकिस्तान कश्मीर में बेगुनाहों की जान लेने में जुटा हुआ है और ऐसे में उसके साथ मैच खेलने का क्या मतलब रह जाता है।
असदुद्दीन ओवैसी (फाइल फोटो- सोशल मीडिया)
ओवैसी ने कश्मीर में खुफिया तंत्र की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि कश्मीर में आतंकियों की ओर से टारगेट किलिंग की जा रही है, भारी मात्रा में हथियार आ रहे हैं मगर हमारा खुफिया तंत्र पूरी तरह विफल साबित होता दिख रहा है। अनुच्छेद 370 हटाने के बाद कहा गया था कि कश्मीर में आतंकवाद खत्म हो चुका है मगर ताजा घटनाओं से साबित हो गया है कि घाटी में अभी कुछ भी समाप्त नहीं हुआ है। सीमा पार से लगातार आतंकी घाटी में घुस रहे हैं और घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।
पाक एनएसए से बातचीत पर उठाए सवाल
उन्होंने पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) के साथ बातचीत किए जाने पर भी सवाल खड़े किए। ओवैसी ने कहा कि घाटी में हर दिन बेगुनाह लोगों की हत्याएं हो रही हैं, हमारे सैनिकों की शहादत हो रही है और ऐसे माहौल में पाकिस्तान के एनएसए के साथ बातचीत का क्या मतलब है? यदि घाटी में हो रही हत्याओं को नहीं रोका गया तो ऐसा ही नजारा देश के हर हिस्से में दिख सकता है।
उन्होंने सरकार की विदेश नीति पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि सच्चाई तो यह है कि सरकार की कोई स्थिर विदेश नीति ही नहीं है। पाकिस्तान से सटी एलएसी की सीमा पर सरकार की ओर से कोई योजना नहीं तैयार की गई है जिसका असर घाटी में देखने को मिल रहा है।
गिरिराज सिंह ने भी उठाई थी मांग
ओवैसी से पहले कई और नेता भी पाकिस्तान के साथ खेले जाने वाले मैच को रद्द करने की मांग कर चुके हैं। केंद्रीय गृह मंत्री गिरिराज सिंह ने हाल ही में कहा था कि घाटी में बढ़ते आतंकवाद को देखते हुए पाकिस्तान के साथ मैच खेलने पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए। उनका कहना था कि मेरी नजर में ऐसे माहौल में मैच खेलने का कोई मतलब नहीं है। गिरिराज सिंह के साथ पंजाब सरकार के मंत्री परगट सिंह भी भारत-पाकिस्तान मैच को रद्द करने की मांग कर चुके हैं।
डिप्टी चीफ मिनिस्टर भी मैच के खिलाफ
बिहार के डिप्टी चीफ मिनिस्टर तारकिशोर प्रसाद ने भी सोमवार को कहा था कि कश्मीर में दूसरे राज्यों के लोगों की हत्याएं की जा रही हैं और ऐसे में भारत-पाकिस्तान मैच रद्द कर दिया जाना चाहिए। उनका कहना है कि पाकिस्तान को कड़ा संदेश देने की जरूरत है और इस नजरिए से इस मैच को रद्द करने का कदम उठाना जरूरी है।
तारकिशोर प्रसाद (फाइल फोटो- सोशल मीडिया)
घाटी में हाल के दिनों में आतंकियों ने बिहार के कई लोगों को निशाना बनाया है जिससे बिहार के लोगों में जबर्दस्त नाराजगी दिख रही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस संबंध में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बातचीत भी की है। आतंकी घटनाओं के बाद घाटी से बिहार के लोगों का पलायन भी शुरू हो गया है।