Afghanistan-Taliban Live News: अमरुल्ला सालेह ने खुद को घोषित किया कार्यवाहक राष्ट्रपति
Afghanistan-Taliban Live News: चलिए जानते हैं अफगानिस्तान के हालातों के बारे में। विश्व के अन्य देशों की अफगानिस्तान और तालिबान पर प्रतिक्रिया क्या है, अफगानिस्तान से वायरल वीडियो से जानते हैं, वहां की स्थिति कैसी है।
Afghanistan-Taliban Live News: अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा होने के बाद से वहां के हालात बेहद खराब हो गए हैं। एक तरह तो लोग अफगानिस्तान को छोड़ कर भाग रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ तालिबान से अफगान एयरस्पेस को बंद करने के साथ ही काबुल एयरपोर्ट को भी बंद कर दिया है। पूरी दुनिया की नजर अफगानिस्तान पर है। कई विदेशी वहां फंसे हैं, जिन्हें एयरलिफ्ट करने के लिए उनका देश जद्दोजहद में लगा है। इन देशों में अमेरिका, फ्रांस और भारत भी शामिल हैं। वैसे तो तालिबान किसी भी नागरिक को नुकसान न पहुंचाने की बात कह रहा है, लेकिन अफगानिस्तान से जो वीडियो सामने आ रहे हैं, वो कुछ अलग ही सच्चाई दिखा रहे हैं।
चलिए जानते हैं अफगानिस्तान के हालातों के बारें में। विश्व के अन्य देशों की अफगानिस्तान और तालिबान पर प्रतिक्रिया क्या है, अफगानिस्तान से सामने आ रहे वीडियो से वहां की स्थिति कैसी है।
अमरुल्ला सालेह ने बने कार्यवाहक राष्ट्रपति
तालिबान के आतंक के बीच अफगानिस्तान के पहले और पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने एक बड़ा एलान किया है। उन्होंने दावा किया है कि वो राष्ट्रपति अशरफ गनी की गैरमौजूदगी में देश के कार्यवाहक राष्ट्रपति के तौर पर अपनी सेवाएं देंगे।
आतंकियों का अफगानिस्तान में प्रवेश
अफगानिस्तान में तालिबान के आतंक से लोगों में डर का माहौल देखने को मिल रहा है। इस बीच एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि तालिबान के कब्जे के बाद काबुल में इस्लामिक स्टेट (IS), जैश ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के आतंकियों ने प्रवेश कर लिया है।
तालिबान से ज्यादा अमेरिकी करते हैं हिंसा
जहां एक ओर अफगानिस्तान में तालिबान के आतंक से पूरी दुनिया परेशान है और अपनी चिंता जाहिर कर रही है तो वहीं दूसरी ओर चीन की इस मुद्दे पर बिल्कुल विपरीत राय है। चीनी राष्ट्रपति तो पहले ही तालिबान से मैत्रीपूर्ण रिश्ता कायम करने की बात कह चुके हैं, वहीं अब वहां की जनता का कहना है कि तालिबान ने शांतिपूर्ण' तरीके से अफगानिस्तान का टेकओवर किया है, इससे ज्यादा हिंसा अमेरिकियों ने राष्ट्रपति चुनाव के दौरान की थी।
दरअसल, 6 जनवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान कैपिटल हिल में ट्रंप के समर्थकों ने काफी उत्पात मचाया था। जिसे लेकर चीनी यूजर्स ने निशाना साधा है। चीनी यूजर्स ने कहा कि तालिबान से ज्यादा अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान वहां के लोगों ने हिंसा की थी।
तालिबान ने अफगानिस्तान की नई सरकार में महिलाओं को शामिल करने का एलान किया है। तालिबान ने कहा कि वह नहीं चाहता कि महिलाएं किसी तरह की हिंसा का शिकार हों।
तालिबान ने मंगलवार को अफगानिस्तान के सभी सरकारी कर्मचारियों को ‘आम माफी’ (General amnesty) देने का ऐलान किया। तालिबान ने कहा कि सभी को आम माफी दी जा रही है। लोग अपनी रूटीन लाइफ शुरू कर सकते हैं।
काबुल से जामनगर भारतीय वायुसेना का विमान पहुंचते ही लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे लगने लगे। 120 भारतीय IAF के विमान से भारत वापस आए हैं। इसमें भारत के राजदूत औऱ स्टाफ भी शामिल हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने जानकारी दी कि अफगानिस्तान के हालात को देखते हुए भारत ने अपने राजदूत और भारतीय कर्मचारियों को काबुल से वापस बुलाया है। जल्द ही उन्हें वहां से निकाला जाएगा।
तालिबान के समर्थन में कई देश हैं। रूस के राजदूत ने बयान जारी करते हुए कहा कि अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी सरकार की तुलना में पिछले 24 घंटों मे तालिबान से काबुल को सुरक्षित रखा है। आज रूस और तालिबान के बीत वार्ता होने वाली है।
अफगानिस्तान के हालात को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने वीज़ा के नियमों में बदलाव किया है। अब एक e-Emergency X-Misc Visa कैटेगरी बनाई गई है। इसके तहत अफगानिस्तान से आ रह लोगों को वीज़ा मिल पाएगा। बता दें कि केवल भारतीय ही नहीं, बड़ी संख्या में अफगान नागरिक भी भारत भाग कर आ रहे हैं।