तूफान ‘लॉरा’ की तबाही: आपदाओं से घिरा महाशक्तिशाली देश, हर तरफ हाहाकार

तूफान ‘लॉरा’ ने अमेरिका पहुंचते ही तबाही मचानी शुरू कर दी है। तूफान सबसे पहले लुइसियाना प्रान्त के कैमेरोन में पहुंचा। यहाँ तेज हवाओं और बाढ़ से सम्बंधित अलग-अलग घटनाओं में छह लोगों की मौत हो गई और संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा।

Update: 2020-08-29 10:20 GMT
तूफान लॉरा की तबाही: आपदाओं से घिरा महाशक्तिशाली देश, हर तरफ हाहाकार

नई दिल्ली। तूफान ‘लॉरा’ ने अमेरिका पहुंचते ही तबाही मचानी शुरू कर दी है। तूफान सबसे पहले लुइसियाना प्रान्त के कैमेरोन में पहुंचा। यहाँ तेज हवाओं और बाढ़ से सम्बंधित अलग-अलग घटनाओं में छह लोगों की मौत हो गई और संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा। तूफान ‘लॉरा’ अभी चौथी श्रेणी में है, और 150 मील प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ वह खाड़ी तट पर पहुंचा था।

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पेड़ गिरने की भी गई घटनाएं

लुइसियाना के गवर्नर जॉन बेल एडवर्ड ने बताया कि सभी लोगों की जान उनके घरों पर पेड़ों के गिरने से गई है। लुइसियाना और टेक्सास में घंटों बिजली आपूर्ति बाधित रही। तूफान के कारण शहर में काफी तबाही मची, कई जगह होर्डिंग्स और लकड़ी के फ्रेम गिर गए।

इमारतों में भी दरारें आ गई और पेड़ गिरने की भी गई घटनाएं हुई। अधिकारियों ने बताया कि वेस्टलेक में एक रासायनिक संयंत्र में आग भी लग गई थी। इससे पहले तूफ़ान लॉरा और मार्को ने कैरिबियाई क्षेत्र में भारी तबाही मचाई थी और क़रीब 24 लोगों की जान ली थी।

 

अमेरिका में तूफान( फोटो- सोशल मीडिया)

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लुइसियाना और टेक्सॉस के लोगों से अपील में कहा कि वो स्थानीय प्रशासन की हर सलाह मानें। लुइसियाना में यह 1856 के बाद सबसे ताकतवर तूफान है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, लुइसियाना और टेक्सॉस के करीब पांच लाख लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर ले जाए गए हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2005 में न्यू ऑर्लिंस में आए कैटरीना तूफान के बाद लॉरा सबसे ताकतवर तूफान है। कैटरीना की वजह से 1800 लोगों की मौत हुई थी। वह कैटेगरी 5 का तूफान था।

अमेरिका में तूफान( फोटो- सोशल मीडिया)

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क्या है लॉरा तूफान

नासा के मुताबिक, जब गर्म और नम हवा समुद्र की सतह से ऊपर उठने लगती है, तब नीचे कम एयर प्रेशर की जगह बनने लगती है। ऐसी स्थिति में आस-पास के क्षेत्रों की हवा इस जगह को भरने के लिए वहां आने लगती है, जिसकी वजह से लो प्रेशर वाली जगह भी गर्म और नर्म होने लगती है। जब गर्म हवा ऊपर उठकर ठंडी होने लगती है, तब उस नमी से बादल बनने लगते हैं।

बादलों और तेज हवा का यह जाल बढ़ता जाता है और इतनी गर्मी से समुद्र का पानी भाप बनने लगता है। समुद्र की गर्मी और भाप बन चुके पानी से स्थिति अधिक बिगड़ने लगती है और जब ऐसे तूफान तेज गति में घूमने लगते हैं तो केंद्र पर एक आकार बन जाता है जिसे हरिकेन कहते हैं।

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