बिडेन जीते पर खेल अभी जारी हैः ट्रम्प ने कहा चुनाव अभी खत्म नहीं
जो बिडेन को जनवरी में प्रेसिडेंट के पद की शपथ दिलाई जायेगी. लेकिन इसके अलावा भी बहुत कुछ हो सकता है क्योंकि व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रम्प हैं जिन्होंने कोई भी लड़ाई आसानी से नहीं छोड़ी है. वो लड़ाई को आखिरी मुकाम तक ले जायेंगे.
नीलमणि लाल
डेमोक्रेट प्रत्याशी जो बिडेन अमेरिका के नए प्रेसिडेंट होंगे. पेंसिलवानिया प्रान्त के नतीजे आने के साथ ये अब तय हो गया है. लेकिन डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि अभी चुनाव खत्म नहीं हुआ है. बात सही है क्योंकि ट्रम्प और उनकी रिपब्लिकन टीम ने चुनावी प्रक्रिया को अदालतों में घसीट लिया है और मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुँच गया है.
जो बिडेन को जनवरी में प्रेसिडेंट के पद की शपथ दिलाई जायेगी. तब तक बिडेन को कई काम करने होंगे. वे अपनी ट्रांजीशन टीम बनायेंगे जो शासन परिवर्तन में मदद करेगी. लेकिन इसके अलावा भी बहुत कुछ हो सकता है क्योंकि व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रम्प हैं जिन्होंने कोई भी लड़ाई आसानी से नहीं छोड़ी है. वो लड़ाई को आखिरी मुकाम तक ले जायेंगे.
अभी मैदान साफ़ नहीं
- जो बिडेन के सामने अभी ढेरों मुकदमे, वोटों की दोबारा गिनती, वोट सर्टिफिकेशन और राज्यों के एलेक्टोर्स का एकत्रीकरण के मसले हैं.
- अभी कई राज्यों में वोटों की गिनती पूरी नहीं हुई है. मिनिसोटा, ओहायो और वाशिंगटन डीसी में तो 23 तारिख तक पोस्टल बैलट स्वीकार किये जायेंगे. उसके बाद उनकी गिनती होगी.
- वोटों की गिनती के अलावा कोर्ट केस की भरमार होने वाली है. लोअर कोर्ट से मामला निपटने के बाद मामला सुप्रीम कोर्ट तक जाएगा.
- 10 नवम्बर के बाद हर राज्य अपने चुनावी रिजल्ट के सर्टिफिकेट जारी करेगा. ये अधिकारिक घोषणा तब होगी जब सभी मतपत्र चेक कर लिए जायेंगे. इसके पहले की घोषणा सिर्फ मीडिया की घोषणा है.
- एक बार वोटों की गिनती को सर्टिफाई कर लिया जाएगा तब जाकर दोबारा गिनती शुरू हो सकेगी. अभी सिर्फ जॉर्जिया में दोबारा गिनती होनी है. मुमकिन है कि पेन्सिलवानिया में भी दोबारा गिनती हो. दोबारा गिनती के नियम हर राज्य में अलग हैं. कुछ राज्यों में प्रत्याशियों के बीच मतों का अंतर 0.5 से 1 फीसदी तक होने पर स्वतः दोबारा मतदान किया जाता है. कुछ राज्यों में किसी पक्ष की डिमांड पर दोबारा गिनती होती है लेकिन इसका खर्चा उस पार्टी को उठाना पड़ता है.
- सभी गिनती, पुनः गिनती और विवाद 8 दिसंबर तक सुलझा लिए जाने होते हैं.
- सब विवाद सुलझाने के बाद 6 दिन बाद एलेक्टर्स यानी संसद सदस्य एकत्र होते हैं और प्रेसिडेंट चुनने के लिए अपने इलेक्टोरल कॉलेज वोट डालते हैं. ये काम 24 दिसंबर तक हो जाना है.
- हाउस और सीनेट के नए सदस्य 3 जनवरी से शपथ ग्रहण करने लगेंगे.
- इलेक्टोरल वोटों की गिनती 9 जनवरी को होगी. गिनती हाउस में सीनेट के अध्यक्ष की अध्यक्षता में होगी.
- 20 जनवरी को नए प्रेसिडेंट दोपहर में शपथ ग्रहण करेंगे.