अमेरिका से आगे निकला चीन: मिली बड़ी कामयाबी, तैयार किया तैरने वाला स्पेसपोर्ट

चीन ने तैरने वाला स्पेसपोर्ट (Floating Spaceport) बनाया है। यानी एक ऐसा जहाज, जहां से अंतरिक्ष में जाने वाले रॉकेट्स की लॉन्चिंग की जा सकती है।

Update: 2020-09-15 08:14 GMT
ईस्ट एयरोस्पेस पोर्ट

नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख में भारत से जारी विवाद के बीच चीन ने एक नई उपलब्धि हासिल कर ली है। इसी के साथ चीन ने अमेरिकी स्पेस इंडस्ट्री को भी पीछे छोड़ दिया है। दरअसल, चीन ने तैरने वाला स्पेसपोर्ट (Floating Spaceport) बनाया है। यानी एक ऐसा जहाज, जहां से अंतरिक्ष में जाने वाले रॉकेट्स की लॉन्चिंग की जा सकती है। इस स्पेसपोर्ट का इस्तेमाल चीन प्रशांत महासागर में रॉकेट लॉन्च के लिए करेगा, जिससे कि सैटेलाइट्स को अंतरिक्ष में कम समय में ही लॉन्च किया जा सके।

ड्रैगन ने तैयार किया ईस्ट एयरोस्पेस पोर्ट

चीन ने इस तैरने वाले स्पेसपोर्ट को ईस्ट एयरोस्पेस पोर्ट (East Aerospace Port) का नाम दिया है। स्पेसपोर्ट का पहला परीक्षण आज यानी मंगलवार को शैंडोंग प्रांत के तटीय शहर हैयांग के पास समुद्र में किया गया। मंगलवार को इस स्पेसपोर्ट से लॉन्ग मार्च-11 रॉकेट दागा गया। चाइना एयरोस्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी कॉर्प (CASC) द्वारा बनाए गए इस स्पेसपोर्ट पर छोटे रॉकेट बनाने और उन्हें सुधारने का भी काम किया जा सकता है।

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कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स लॉन्च करने की तैयारी में चीन

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन इसी स्पेसपोर्ट से भविष्य में अपने कई अहम प्रोजेक्ट्स लॉन्च करने की तैयारी में है। क्योंकि यह ज्यादा सुरक्षित है। यह से सैटेलाइट्स, छोटे रोकेट, हल्के अंतरिक्षीय वाहन और अन्य अंतरिक्षीय तकनीकों का परीक्षण और उन्हें लॉन्च किया जाएगा। आज इस ईस्ट एयरोस्पेस पोर्ट से लॉन्ग मार्च-11 रॉकेट दागा गया।, जिसमें नौ सैटेलाइट्स थे। स्पेसपोर्ट का पहला परीक्षण सफल रहा।

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चीन के पास हुए पांच लॉन्च साइट्स (फोटो- सोशल मीडिया)

चीन के पास हुए पांच लॉन्च साइट्स

वहीं चाइना एकेडमी ऑफ लॉन्च व्हीकल टेक्नोलॉजी (CALT) के प्रमुख वांग जियाओजुन ने कहा कि हमने एक बहुत बड़ी उपलब्धित हासिल की है। इसके साथ अंतरिक्ष में रॉकेट लॉन्च करने के लिए अब चीन के पास पांच लॉन्च साइट्स हो गए हैं। चीन परीक्षण सफल होने के बाद इस साल के अंत तक इस लॉन्च पैड से पांच और सैटेलाइट्स भेजने की योजना बना चुका है।

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अमेरिका ने की थी पहले घोषणा

बता दें कि अमेरिकी स्पेस टेक्नोलॉजी कंपनी SpaceX ने पहले एलान किया था कि वो तैरते हुए लॉन्चपैड से अपने स्टारशिप की लॉन्चिंग करेगा। लेकिन अब तक SpaceX का यह लॉन्चपैड तैयार नहीं हो पाया है, ऐसे में चीन अमेरिका से आगे निकल गया है। तैरते हुए लॉन्चपैड्स से लॉन्च के दौरान तेज आवाज से आसपास के रिहायशी इलाकों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता।

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