चीन का बड़ा कदम, लैंड बेस्ड मिसाइल रोधी इंटरसेप्शन का किया सफल परीक्षण, जानें इसकी विशेषताएं
चीन के रक्षा मंत्री ने देश की इस नई इस सफलता की जानकारी देते हुए इसके निर्माण को देश की रक्षा के लिए बताया है। मंत्री के इस बयान के विपरीत अमेरिका यकीनन चीन से इस कदम से बौखला गया है।
America vs china relationship : अमेरिका और चीन के बीच विशेष रूप से सुरक्षा मुद्दों को लेकर लंबे समय से तनातनी जारी है। जिसके चलते अमेरिका द्वारा लगातार वैश्विक मंच पर इस मुद्दे को उजागर किया जाता रहा है, फिर चाहे वह क्वाड (QUAD) देंशों की बैठक हो या कोई अन्य मंच। अब इस बीच चीन से अमेरिका से तनातनी के बीच ही एक बड़ा कदम उठाया है। चीन ने लैंड बेस्ड मिसाइल रोधी इंटरसेप्शन (Land Based Anti Missile Interception) का सफल परीक्षण किया है, जो कि हवा में अंतरमहाद्वीपीय मिसाइलों को मार गिराने के साथ ही अन्य कई विशेषताओं से लैश है। चीन के रक्षा मंत्री ने देश की इस नई इस सफलता की जानकारी देते हुए इसके निर्माण को देश की रक्षा के लिए बताया है।
अमेरिका चीन के बायन पर भरोसा करने वाले देशों में से नहीं
चीनी रक्षा मंत्री के बयान के विपरीत अमेरिका यकीनन चीन से इस कदम से बौखला गया है। दरअसल, चीन ने भले ही इसके निर्माण को किसी देश को निशाना बनाने के लिए नहीं बल्कि अपने देश की रक्षा करने के उद्देश्य से बताया है लेकिन अमेरिका कभी भी चीन के बायन मात्र पर भरोसा करने वाले देशों में से नहीं है।
वर्तमान में जारी रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते रूस और चीन एक ही पाले में आ गए हैं वहीं पूरा यूरोपीय संघ और संयुक्त राष्ट्र संघ के अधिकतर देश रूस के विरोध में हैं, ऐसे में चीन ने खुलकर रूस का समर्थन किया है।
दक्षिण कोरिया में अमेरिकी एन्टी मिसाइल सिस्टम स्थापित करने का विरोध
इसी समर्थन के चलते रूस और चीन ने कुछ समय पहले ही साझा तौर पर दक्षिण कोरिया में अमेरिकी एन्टी मिसाइल सिस्टम स्थापित करने का विरोध किया गया था।
विशेषज्ञों की मानें तो चीन अब इसी प्रणाली पर खुद को बेहतर करते हुए मिसाइल रोधी सिस्टम का निर्माण कर रहा है, जो कि आधिकारिक तौर पर भले से सामान्यतः देश की रक्षा के लिए है लेकिन इसके चलते अमेरिका की चिन्ता में व्यापक इजाफा दर्ज हो सकता है।