Christmas 2024 : क्रिसमस पर पोप फ्रांसिस ने कर दिया बड़ा ऐलान, जानिए दुनिया में क्या होगा असर?

Christmas 2024 : यहूदी धर्म का आठ दिवसीय प्रकाशोत्सव हनुक्का इस साल क्रिसमस के दिन से शुरू हो रहा है, जो 1900 के बाद से केवल चार बार हुआ है।

Newstrack :  Network
Update:2024-12-25 20:01 IST

Christmas 2024 : क्रिसमस के दिन पोप फ्रांसिस ने वेटिकन में सेंट पीटरबेसिलिका की मुख्य बालकनी से उरबी एट ओरबी (लैटिन में 'शहर और दुनिया के लिए') आशीर्वाद दिया। उन्होंने मध्य पूर्व एशिया के देशों में चल रहे तनाव को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए शांति की अपील की है। इसके साथ ही हथियारों को छोड़कर आपसी सुलह-समझौता और वार्ता के माध्यम से तनाव को दूर करने का आग्रह किया है। हालांकि पोप फ्रांसिस की अपील का दुनिया के देशों पर क्या असर होगा, ये आने वाले समय में ही पता चल सकेगा। 

पोप फ्रांसिस ने इजरायल, फिलिस्तीन, गाजा, लेबनान, सीरिया और यूक्रेन में बने युद्ध जैसे हालातों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने मध्य पूर्व के सभी देशों से हथियारों की आवाज को खामोश करने का आग्रह किया। इसके साथ शांति के लिए समाधान खोजने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मैं प्रत्येक व्यक्ति और सभी देशों को 'आशा के तीर्थयात्री बनने के लिए, हथियारों की आवाज़ को शांत करने और विभाजन को दूर करने के लिए' आमंत्रित करता हूं। 

उन्होंने सेंट पीटर बेसिलिका के पवित्र द्वार का आह्वान किया और कहा कि ये ईश्वर की दया का प्रतिनिधित्व करता है, ये हर गांठ को खोलता है, यह विभाजन की हर दीवार को गिरा देता है, यह घृणा और बदले की भावना को दूर करता है। बता दें कि इस पवित्र द्वार को क्रिसमस की पूर्व संध्या पर खोला गया है।

हमास से की रिहाई की अपील

पोप फ्रांसिस ने इजरायल और फिलिस्तीनी क्षेत्रों में ईसाई समुदायों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि गाजा में मानवीय स्थिति बेहद गंभीर है। लेबनान और सीरिया भी नाजुक दौर से गुजर रहे हैं। उन्होंने इस दौरान 7 अक्टूबर, 2023 को हमास द्वारा इजरायल से बंधक बनाए गए लोगों की रिहाई के लिए अपील भी की है। उन्होंने कांगो में खसरे के घातक प्रकोप और म्यांमार के लोगों की पीड़ा का हवाला दिया।

क्या है पवित्र द्वार

बता दें कि क्रिसमस के दिन तीर्थयात्री सेंट पीटर बेसिलिका के प्रवेश द्वार पर महान पवित्र द्वार से गुजरने के लिए कतार में खड़े थे, क्योंकि जुबली के अवसर पर लगभग 32 मिलियन कैथोलिक श्रद्धालु रोम आएंगे। पवित्र द्वार से गुजरना एक तरीका है, जिससे श्रद्धालु जुबली के दौरान पापों के लिए क्षमा या क्षमा प्राप्त कर सकते हैं। वहीं, यहूदी धर्म का आठ दिवसीय प्रकाशोत्सव हनुक्का इस साल क्रिसमस के दिन से शुरू हो रहा है, जो 1900 के बाद से केवल चार बार हुआ है।

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