चीन पूरी दुनिया के लिए कितना बड़ा खतरा है, जानने के लिए पढ़ें ये रिपोर्ट

कोरोना वायरस का चीन से क्या सम्बन्ध हैं, इस विषय पर अभी तक आपने ढेरों रिपोर्ट पढ़ी और सुनी होंगी। लेकिन आज जो हम आपको बताने जा रहे हैं उसे जानने के बाद आपको भी अंदाजा हो जाएगा कि आखिर पूरी दुनिया के लिए चीन कितना खतरनाक देश है।

Update:2020-04-19 18:26 IST

नई दिल्ली: कोरोना वायरस का चीन से क्या सम्बन्ध हैं, इस विषय पर अभी तक आपने ढेरों रिपोर्ट पढ़ी और सुनी होंगी। लेकिन आज जो हम आपको बताने जा रहे हैं उसे जानने के बाद आपको भी अंदाजा हो जाएगा कि आखिर पूरी दुनिया के लिए चीन कितना खतरनाक देश है। इसके लिए आपको चीन की काली करतूत को जानना जरूरी है।

दरअसल आज पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके साथ ही चीन की सरकार और वुहान के इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पर सवाल उठने तेज हो रहे हैं।

ये भी पढ़ें...पाकिस्तान से बड़ी खबर: विदेश मंत्री ने चीन से बात कर इस विषय पर मांगा समर्थन

अब सामने आई ये बड़ी सच्चाई

कई लोग इस थ्योरी में दम बता रहे हैं कि वायरस वुहान की लैब से लीक होकर इंसानों में फैला। अमेरिका भी लैब को लेकर जांच की बात कह चुका है। वहीं, अब कुछ तस्वीरों के आधार पर दावा किया जा रहा है कि वुहान के इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के एक फ्रिज की सील टूटी हुई थी जिसमें वायरस रखे गए थे।

असल में वुहान के इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की ये तस्वीरें पहली बार 2018 में चाइना डेली न्यूजपेपर ने ट्विटर पर प्रकाशित किए थे। लेकिन बाद में इस ट्वीट को डिलीट कर दिया गया. इसी हफ्ते ये फोटोज सोशल मीडिया पर फिर से वायरल हो गईं।

डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, चाइना डेली अखबार ने लैब की फोटोज के साथ लिखा था- 'एशिया के सबसे बड़े वायरस बैंक पर एक नजर। सेंट्रल चीन के हुबेई में स्थित वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने 1500 से अधिक वायरस स्ट्रेन्स को संरक्षित करके रखा है।'

सोशल मीडिया पर एक यूजर ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हमारे किचन के फ्रिज की सील इससे बेहतर होती हैं। बता दें कि मीडिया में वुहान की लैब पर सवाल उठने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी कहा था कि हम इसकी जांच करेंगे।

यूपी से बड़ी खबर: चीन से पलायन करने वाली इंडस्ट्रीज अब यहां आएगी

अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कही ये बात

ट्रंप ने शुक्रवार को यह भी कहा कि वे अमेरिका की ओर से वुहान इंस्टीट्यूट को दिए जाने वाले फंड को खत्म कर देंगे। वहीं, अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा है कि लैब से वायरस लीक होने के मुद्दे पर बीजिंग को साफ-साफ बता देना चाहिए।

अमेरिकी विदेश मंत्री पोम्पियो ने कहा कि अगर चीन दुनिया के साइंटिस्ट को अपने यहां आने दे और ये बता दे कि वायरस कैसे फैला तो यह दुनिया को सहयोग करने का सबसे अच्छा तरीका होगा।

वॉशिंगटन पोस्ट ने एक रिपोर्ट में कहा था कि अमेरिकी राजनयिकों ने 2018 में वुहान की लैब से जुड़ी जानकारी भेजी थी और इस बात का भी उल्लेख भी किया था कि लैब में चमगादड़ में मिलने वाले वायरस पर काम चल रहा है। इससे नई तरह की सार्स जैसी महामारी फैलने का खतरा है। हालांकि, चीन सरकार और वुहान लैब अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को खारिज कर चुकी है।

ये भी पढ़ें...चीन से रिश्ते पर फंसा WHO, विश्व के सभी देश उठा रहे सवाल

 

Tags:    

Similar News