कोरोना के इलाज के लिए इन 21 दवाओं की खोज, वायरस से लोगों की बचाएंगी जान

वैज्ञानिकों ने 21 दवाओं की खोज की है जिन दवाओं का इस्तेमाल कोरोना वायरस के खिलाफ किया जा सकता है। इमें कुष्ठ रोग की दवा से लेकर कैंसर के उपचार में प्रयोग की जाने वाली दवा शामिल हैं।

Update:2020-07-30 00:13 IST
Coronavirus

कैलिफोर्निया: कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में तबाही मचाई हुई है। वैज्ञानिक कोरोना की दवा बनाने में दिन रात लगे हुए हैं। अब इस बीच वैज्ञानिकों ने 21 दवाओं की खोज की है जिन दवाओं का इस्तेमाल कोरोना वायरस के खिलाफ किया जा सकता है।

इनमें कुष्ठ रोग की दवा से लेकर कैंसर के उपचार में प्रयोग की जाने वाली दवा शामिल हैं। इनमें शामिल 13 दवाएं अपने ट्रायल के दौरान कोरोना के मरीजों पर कामयाब दिखी हैं।

नेचर में प्रकाशित हुआ अध्ययन

नेचर में प्रकाशित एक अध्ययन में कहा गया है कि कैलिफोर्निया में सैनफोर्ड बर्नहम प्रीबिस मेडिकल डिस्कवरी इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं ने यह शोध किया है। इनमें से चार दवाओं का प्रयोग रेमेडिसविर के साथ किया जा सकता है। रेमेडिसविर दवा का उपयोग अभी कई देश कोरोना मरीजों के इलाज के लिए कर रहे हैं। इस दवा को यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) पहले ही अपनी मंजूरी दे चुका है।

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वर्तमान में कई देश कोरोना के इलाज के लिए रेमेडिसविर दवा का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह एक एंटी वायरल दवा है जो इबोला के इलाज के लिए बनाई गई थी। हालांकि उस समय इस दवा ने काम नहीं किया था। अब यह दवा कोरोना के रोगियों पर सकारात्मक असर दिख रही है। यह दवा कोरोना से मरीजों के मरने की दर को 30 से 60 प्रतिशत तक कम कर रही है।

ब्लड प्लाज्मा

कोरोना का दूसरा इलाज ब्लड प्लाज्मा के जरिए हो रहा है। जो अभी कोरोना वायरस के प्रायोगिक उपचार के लिए अनुमोदित है। इस इलाज को सुरक्षित भी माना गया है, लेकिन यह कितनी अच्छी तरह से काम करता है, इसकी अभी भी जांच हो रही है।

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डेक्सामेथासोन

सस्ती स्टेरॉयड डेक्सामेथासोन भी ब्रिटेन में कोरोना के इलाज करने में प्रभावी मिली है। इस दवा का अमेरिका, ब्रिटेन समेत दुनिया के कई देशों में इस्तेमाल किया जा रहा है। लेकिन, इस दवा के प्रभाव को लेकर भी अभी भी शोध चल रहा है।

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12000 से अधिक दवाओं की जांच

इसके अलावा करीब दर्जनों ऐसी दवाओं का टेस्ट हुआ है जो संक्रमित लोगों को बचाने में फेल रही हैं। इसके बाद सैनफोर्ड बर्नहेम प्रीबिस मेडिकल डिस्कवरी इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं ने 12,000 से अधिक दवाओं के एक संपूर्ण डेटाबेस की जांच की, जिसे रेफरम ड्रग रिप्रोज़िंग संग्रह कहा जाता है।

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