फिर करोड़ों लोगों के डेटा लीक, फेसबुक के बाद इस सोशल नेटवर्किंग साइट से लगा झटका

पूरी दुनिया सबसे चर्चित सोशल मीडिया फेसबुक से कुछ दिन पहले ही 53 करोड़ से अधिक लोगों के डेटा लीक हुआ था।

Published By :  Vidushi Mishra
Update: 2021-04-09 09:26 GMT
फोटो-सोशल मीडिया

नई दिल्ली। पूरी दुनिया सबसे चर्चित सोशल मीडिया फेसबुक से कुछ दिन पहले ही 53 करोड़ से अधिक लोगों के डेटा लीक हुआ था। ऐसे में इस डेटा लीक को लेकर फेसबुक Facebook खबरों में बना ही है कि दूसरे बड़े डेटा लीक की खबर आ रही है। जिसमें की इस बार डेटा लीक जॉब हंट साइट Linkedin से हुआ है। सामऩे आई रिपोर्ट के अनुसार 50 करोड़ से अधिक LinkedIn यूजर्स के डेटा लीक हुए हैं।

50 करोड़ से अधिक लोगों का डेटा 

ऐसे में साइबर न्यूज CyberNews के मुताबिक, Linkedin के 50 करोड़ से अधिक लोगों के डेटा डार्क वेब पर उपलब्ध है। यहां इस डेटा में यूजर्स के LinkedIn ID, पूरा नाम, ई-मेल एड्रेस, फोन नंबर, जेंडर, दूसरे सोशल मीडिया प्रोफाइल के लिंक्स, वर्क रिलेटेड डेटा शामिल है। हालाकिं रिपोर्ट में ये नहीं बताया गया है कि इस डेटा में अपडेटेड Linkedin प्रोफाइल है या पिछले डेटा लीक के ही प्रोफाइल शामिल है।

इस बारे में डेटा ब्रीच पर Linkedin ने कहा है कि इस डेटा लीक में वो सभी जानकारियां ही शामिल है जो पब्लिकली व्यूऐबल है। मेंबर्स LinkedIn पर भरोसा रखते हैं। इस वजह से वो भरोसा को बनाए रखने के लिए एक्शन लेंगे।


साथ ही Linkedin के मुताबिक, उसने सेल पर रखे डेटा को जांचने के बाद पाया कि इसमें कई डेटा दूसरे वेबसाइट और कंपनी से भी ली गई है। इसमें पब्लिक व्यूऐबल में उपस्थित LinkedIn का डेटा भी शामिल है। हालाकिं इसमें किसी भी LinkedIn के प्राइवेट मेंबर का डेटा शामिल नहीं है।

टर्म्स ऑफ सर्विस का उल्लंघन नहीं

फिलहाल अपने मेंबर की सुरक्षा के लिए और डेटा का मिसयूज या गलत इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ हम कड़ा एक्शन लेंगे। वहीं माइक्रोसॉफ्ट ओन्ड साइट LinkedIn ने बताया कि वो किसी भी टर्म्स ऑफ सर्विस का उल्लंघन नहीं होने देंगे।

हालाकिं इटालियन प्राइवेसी वॉचडॉग मे Linkedin डेटा ब्रीच पर जांच करना शुरू कर दिया है। जबकि Bloomberg को उन्होंने बताया कि वो इस मामले की जांच कर रहे है। इसमें वो देखेंगे किन यूजर्स का डेटा लीक हुआ है। इस लीक में आईडी, फूल नेम, ईमेल एड्रेस आदि शामिल है।

बता दें, साइबर न्यूज CyberNews के मुताबिक, इस डेटा का फायदा साइबर क्रिमिनल्स उठा सकते हैं। इसकी सहायता से वो यूजर्स को फिशिंग का शिकार बना सकते हैं। इस डेटा में 500 मिलियन ईमेल्स शामिल है। इस से बचने के लिए यूजर्स को Linkedin से जुड़े अकाउंट और पासवर्ड को चेंज करने को कहा गया है। जिससे अकाउंट सुरक्षित रहे। 

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