ट्रंप ने UN के प्रभाव पर उठाए सवाल, कहा- यह अच्छा समय बिताने का एक क्लब है
वाशिंगटन: अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के प्रभाव पर सवाल उठाया है। ट्रंप ने यूएन के बारे में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह केवल लोगों के 'अच्छा समय बिताने का एक क्लब' है। ये बात डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र परिषद के शुक्रवार को पश्चिमी तट और पूर्वी यरूशलम में इजराइल के समझौतों के विरोध में मत डालने के बाद ट्विटर पर एक पोस्ट में कही।
डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र के बारे में कहा, 'यह एक महान शक्ति है। लेकिन यह लोगों के लिए मिलने, बात करने और अच्छा समय बिताने का एक क्लब बन गया है। यह दुखद है।'
इजराइल को लेकर दिखा झुकाव
गौरतलब है कि शुक्रवार को नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने चेतावनी दी थी कि '20 जनवरी के बाद संयुक्त राष्ट्र में चीजें पहले जैसी नहीं होंगी।' उल्लेखनीय है कि 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी राष्ट्रपति पद का कार्यभार संभालेंगे। ट्रंप ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि वह इजराइल-फिलिस्तीन मुद्दों पर निष्पक्ष होना चाहते हैं। हालांकि प्रचार के आगे बढ़ने के साथ-साथ उनका समर्थन इजराइल के लिए दिखने लगा था।
परमाणु शक्ति बढ़ाने पर किया था ट्विट
गौरतलब है कि इससे पहले ट्रंप ने बीते गुरुवार को परमाणु बम को लेकर ट्वीट किया था। उनके इस ट्विट के बाद सबको चिंता होने लगी थी। ट्रंप ने ट्वीट में लिखा, 'संयुक्त राष्ट्र को गर्व के साथ तब तक अपनी परमाणु शक्ति को बढ़ाते रहना चाहिए जब तक दुनिया की परमाणु के बारे में आंखें ना खुल जाएं।' माना जाता है कि ट्रंप की यह टिप्पणी रूस के राष्ट्रपति वल्दामीर पुतिन के ट्वीट का जवाब था। पुतिन ने अपने ट्वीट में कहा था कि अगले साल में रूस अपने परमाणु हथियार की शक्तियों को बढ़ाने की तरफ ध्यान देगा।
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ट्रंप की रणनीति कहीं ओबामा के उलट तो नहीं
जानकार मानते हैं की यदि ट्रंप सच में परमाणु हथियारों को बढ़ाते हैं तो उनका यह फैसला बराक ओबामा की रणनीति के बिल्कुल उलट होगा। क्योंकि 2009 में बराक ओबामा ने साफ किया था कि अमेरिका परमाणु हथियार बनाने की होड़ को खत्म करने की दिशा में काम करेगा।
ओबामा के समय में भी उन्नत हुए परमाणु हथियार
हालांकि, ऐसा भी नहीं है कि ओबामा की घोषणा के बाद अमेरिका परमाणु क्षेत्र में सक्रिय नहीं था। अमेरिका अब भी अपने परमाणु हथियारों को उन्नत करने में जुटा है। इस साल ही रक्षा सचिव एशटॉन कार्टर ने बताया था कि 'यूएस अपनी परमाणु क्षमता को बनाए रखने और उसके विकास के लिए अगले पांच सालों में $108 बिलियन डॉलर खर्च करेगा।'