France Violence Update: फ्रांस की हिंसा से खौफ में पूरी दुनिया, इसकी आग अब बेल्जियम और स्विट्ज़रलैंड तक फैली
France Violence Update: फ्रांस का बवाल अब पड़ोसी देशों तक फैल गया है। बेल्जियम और स्विट्जरलैंड भी इस हिंसा की चपेट में आ गए हैं। इन देशों में आगजनी और पथराव की वारदातें हुईं हैं।
France Violence Update Today: फ्रांस का बवाल अब पड़ोसी देशों तक फैल गया है। बेल्जियम और स्विट्जरलैंड भी इस हिंसा की चपेट में आ गए हैं। इन देशों में आगजनी और पथराव की वारदातें हुईं हैं। यूरोप के बाकी देशों की तरह बेल्जियम और स्विट्जरलैंड में अप्रवासियों की बहुत बड़ी तादाद है जिसमें ज्यादातर मुस्लिम हैं। इन देशों में उत्तरी अफ्रीका, सीरिया, लीबिया, इराक, पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि के ढेरों वैध और अवैध अप्रवासी भरे पड़े हैं।
स्विट्ज़रलैंड में पथराव, पेट्रोल बम फेंके
स्विट्जरलैंड की पुलिस ने कहा है कि 1 जुलाई को स्विस शहर लॉज़ेन में कई दुकानों पर पथराव किया गया और आग लगाने की कोशिश की गई। इन वारदातों से कई दुकानों की खिड़कियां टूट गईं। पुलिस ने पत्थर और पेट्रोल बम फेंक रहे युवाओं को तितर-बितर कर दिया और सात लोगों की गिरफ्तारी की है।
पुलिस ने बताया कि 1 जुलाई की शाम फ्रेंच भाषी पश्चिमी स्विट्जरलैंड के लॉज़ेन शहर में 100 से अधिक लोग एकत्र हुए। इसके बाद हुई हिंसा में कई दुकानों की खिड़कियां और एक दुकान का दरवाजा तोड़ दिया गया, पुलिस पर पत्थर और पेट्रोल बम फेंके गए। पुलिस ने 15 से 17 साल की उम्र के छह लोगों को हिरासत में लिया है। जिनमे तीन लड़कियां और तीन लड़के हैं। ये लोग पुर्तगाली, सोमाली, बोस्नियाई, स्विस, जॉर्जियाई और सर्बियाई नागरिक हैं। एक 24 वर्षीय स्विस व्यक्ति भी गिरफ्तार हुआ है।
बेल्जियम में कई जगह आगजनी
बेल्जियम की राजधानी ब्रुसेल्स में करीब एक दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया और कई जगहों पर लगी आग पर काबू पाया गया। इस बीच फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने अपनी जर्मनी यात्रा स्थगित कर दी है। जर्मन राष्ट्रपति के एक प्रवक्ता ने कहा कि मैक्रॉन ने जर्मन राष्ट्रपति फ्रैंक-वाल्टर स्टीनमीयर से फोन पर बात की और उन्हें स्थिति की जानकारी दी।
फ्रांस के आंतरिक मंत्री गेराल्ड डर्मैनिन ने ट्वीट किया कि "सुरक्षा बलों की दृढ़ कार्रवाई" के कारण पिछली रात की तुलना में रात शांत रही। इस बीच, पुलिस की कार्रवाई में मारे गए नाहेल मेरज़ौक के परिवार और दोस्तपेरिस उपनगर में किशोर के अंतिम संस्कार के लिए एकत्र हुए। जिस मस्जिद में समारोह आयोजित किया गया था उसके बाहर काफी भीड़ जमा हुई।