Hibatullah Akhundzada: तालिबान ने बड़े रहस्य से उठाया पर्दा, पिछले साल ही हमले में मारा जा चुका है सुप्रीम लीडर अखुंदजादा

Hibatullah Akhundzada: तालिबान ने सुप्रीम लीडर के बारे में एक बड़ा खुलासा किया है। तालिबान ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि संगठन का सुप्रीम लीडर हैबतुल्लाह अखुंदजादा मारा जा चुका है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Published By :  Chitra Singh
Update:2021-10-16 09:53 IST

हैबतुल्लाह अखुंदजादा (डिजाइन फोटो- सोशल मीडिया) 

Hibatullah Akhundzada: तालिबान के सुप्रीम लीडर हैबतुल्लाह अखुंदजादा को लेकर काफी दिनों से चल रहा सस्पेंस खत्म हो गया है। तालिबान ने एक बड़े रहस्य से पर्दा उठाते हुए अखुंदजादा की मौत (Hibatullah Akhundzada Ki Maut) की पुष्टि कर दी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक तालिबान का कहना है कि अखुंदजादा पिछले साल पाकिस्तान में हुए एक आत्मघाती हमले (Atmaghati Hamla) में मारा जा चुका है।

अखुंदजादा को लेकर पिछले कई महीनों से तरह-तरह की अटकलें लगाई जाती रही हैं। तालिबान ने 15 अगस्त को अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा किया था मगर उसके बाद भी अखुंदजादा अभी तक सामने नहीं आया था। इस मामले में तालिबान ने भी चुप्पी साध रखी थी मगर अब संगठन ने एक बड़े रहस्य से पर्दा उठा दिया है।

लगातार बना हुआ था सस्पेंस

अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान के कब्जे के बाद हर रोज इस तरह की अटकलें लगाई जाती रही हैं कि अब सुप्रीम लीडर अखुंदजादा दुनिया के सामने आएगा। उसके अभी तक सामने न आने से सस्पेंस से लगातार बढ़ता जा रहा था। कभी उसके मारे जाने तो कभी जेल में होने की बातें सामने आती रही हैं।

तालिबान की ओर से कभी अखुंदजादा के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया गया, मगर अब तालिबान के सुप्रीम लीडर के बारे में बड़ा खुलासा हुआ है। तालिबान ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि संगठन का सुप्रीम लीडर मारा जा चुका है।

आत्मघाती हमले में मारा गया अखुंदजादा

तालिबान का सुप्रीम लीडर हैबतुल्लाह अखुंदजादा पूरी दुनिया के सामने एक बड़ा रहस्य ही रहा है। इंटरनेट पर उसकी तस्वीर भी काफी पुरानी है। उसके बारे में मीडिया जगत में तरह-तरह की बातें कही जाती रही हैं। अब तालिबान के सीनियर नेता अमीर अल-मूमिनीन (Amir al-Muminin) ने अखुंदजादा के बारे में एक बड़े रहस्य को बेपर्दा कर दिया है। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, उनका कहना है कि अखुंदजादा 2020 में ही पाक सेनाओं के समर्थित आत्मघाती हमले में मारा जा चुका है। उन्होंने अखुंदजादा की मौत को शहादत की संज्ञा दी है।

कब्जे के बाद नहीं आया था सामने

अफगानिस्तान से अमेरिकी सेनाओं की वापसी के बाद तालिबान ने प्रांत दर प्रांत कब्जा करने के बाद आखिरकार काबुल पर भी कब्जा कर लिया था। अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद तालिबान ने तमाम तरह की पाबंदियां लागू कर दी हैं मगर अभी तक उनका सुप्रीम लीडर अखुंदजादा दुनिया के सामने नहीं आया था।

अखुंदजादा को लेकर अफगानिस्तान के साथ ही दुनिया के दूसरे देशों और मीडिया जगत में तमाम तरह की अफवाहें चलती रही हैं। अफगानिस्तान में नई सरकार के गठन के समय भी अखुंदजादा का सामने न आना बड़ी चर्चा का विषय बना था। उस समय भी उसके जिंदा होने को लेकर तमाम तरह के सवाल उठे थे।

तालिबान का सुप्रीम लीडर हैबतुल्लाह अखुंदजादा (फाइल फोटो- सोशल मीडिया)

2016 में संभाली थी तालिबान की कमान

अमेरिका ने 2016 में तालिबान नेता अख्तर मंसूर को एक ड्रोन हमले में मार गिराया था। मंसूर के मारे जाने के बाद अखुंदजादा को तालिबान का चीफ नियुक्त किया गया था। तालिबान की ओर से 2016 में एक वीडियो संदेश जारी किया गया था। इस संदेश में अखुंदजादा को अख्तर मंसूर का डिप्टी बताया गया था। इस वीडियो संदेश में अख्तर मंसूर के मारे जाने के बाद अखुंदजादा की चीफ पद पर ताजपोशी की जानकारी दी गई थी।

वैसे तालिबान में अखुंदजादा की छवि एक लड़ाके से ज्यादा धार्मिक कानूनी विद्वान की रही है। बाद में पाकिस्तान में तालिबान नेताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई थी और इस बैठक में ही अखुंदजादा को तालिबान के सुप्रीम लीडर का दर्जा दे दिया गया था। वह पूरी दुनिया के लिए हमेशा एक रहस्यमय व्यक्ति रहा और उसकी मौत भी एक बड़ा रहस्य ही बनी रही।

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