बांग्लादेश में हिंदूओं पर कट्टरपंथियों का आतंक, मंदिरों में तोड़फोड़, घरों में घुसकर की लूट-पाट
बांग्लादेश के खुलना में गोवरा गांव के हिंदू मंदिरों में कट्टरपंथियों ने भयंकर तोड़फोड़ की। साथ ही धार्मिक मान्यताओं से खिलवाड़ करते हुए मंदिर की मूर्तियों को तोड़ दिया।
नई दिल्ली: पाकिस्तान में हिंदुओं से बर्बरता, उत्पीड़न, मंदिर में तोड़फोड़ धार्मिक आस्था से खिलवाड़ के बारे में बहुत सुनने को मिलता है, लेकिन अब ऐसा ही बांग्लादेश से सुनने को मिल रहा है। बांग्लादेश के खुलना में गोवरा गांव के हिंदू मंदिरों में कट्टरपंथियों ने भयंकर तोड़फोड़ की। साथ ही धार्मिक मान्यताओं से खिलवाड़ करते हुए मंदिर की मूर्तियों को तोड़ दिया।
यहां के शियाली, मल्लिकपुरा और गोवरा गांव में एकदम से सैकड़ों की तादात में कट्टरपंथी एकजुट हुए। इसके बाद इलाके के सभी 6 मंदिरों में उत्पात मचाते हुए तबाही मचा दी। इन कट्टरपंथियों ने इलाके के 50 से ज्यादा मंदिरों में प्रतिमाओं को तोड़ दिया। जबकि 57 से ज्यादा हिंदू परिवारों को निशाना बनाकर हमला किया गया। वहीं हिंदुओं के घरों में ताबड़तोड़ तोड़फोड़ की।
अल्पसंख्यक परिवारों की पिटाई
इन कट्टरपंथियों ने कई घरों को आग के हवाले कर दिया। यहां आग लगाकर कई दुकानों को भी लूट लिया। ऐसे में कट्टरपंथियों के हमले में करीब 30 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। बर्बरता पर इस हद तक उतारू हो गए कट्टरपंथी, कि घरेलू पशुओं को भी लूट ले गए। और विरोध करने पर अल्पसंख्यक परिवारों की पिटाई की।
मारपीट में घायल हुए 30 से ज्यादा लोगों का इलाज सदर हॉस्पिटल में चल रहा है। ये हिंसक घटना 7 अगस्त की शाम 5 बजे की है। जब लोग अपने घरों में भी खुद को सुरक्षित नहीं महसूस कर रहे थे। उनकी धार्मिक आस्था से खिलवाड़ किया जा रहा था।
इस वारदात पर विहिप के ज्वॉइंट जनरल सेक्रेटरी स्वामी विज्ञानानंद ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बैचेलेट को चिट्ठी लिखी है। इसमें उन्होंने बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक गांव और मंदिरों में हुए तोड़फोड़, लूटपाट की कड़ी निंदा की।
साथ ही उन्होंने तत्काल घटना पर एक्शन लेने की अपील की है, जिससे बांग्लादेश की सरकार दोषियों गिरफ्तार करके सख्त सजा दे और पीड़ितों को न्याय मिले।