ICC का तगड़ा एक्शन: भ्रष्टाचार के आरोप में इस टीम मालिक को किया बैन
अबू धाबी में होने वाली टी10 लीग के एक टीम मालिक भारतीय बिजनेसमैन दीपक अग्रवाल पर आईसीसी ने 2 साल के लिए प्रतिबन्ध लगा दिया है।
भ्रष्टाचार हर जगह हर विभाग मेंब हर क्षेत्र में व्याप्त है। क्रिकेट और भ्रष्टाचार का नाता पुराना है। लेकिन इसे रोकने की आईसीसी की कोशिशें भी लगातार जारी हैं। ऐसे में क्रिकेट में भ्रष्टाचार का अब एक नया मामला सामने आ रहा है। आईसीसी की भ्रष्टाचारी रोधी इकाई (एसीयू) ने अपनी जांच में अबूधाबी में होने वाली टी10 लीग के एक टीम मालिक को भ्रष्टाचार में लिप्त पायाभ्रष्टाचारी रोधी। जिसके बाद आईसीसी ने उस टीम मालिक पर प्रतिबन्ध लगा दिया।
2 साल के लिए किया बैन
अबू धाबी में होने वाली टी10 लीग के एक टीम मालिक भारतीय बिजनेसमैन दीपक अग्रवाल पर आईसीसी ने 2 साल के लिए प्रतिबन्ध लगा दिया है। दीपक अग्रवाल पर ये प्रतिबन्ध एसीयू द्वारा उन्हें जांच में भ्रष्टाचार में लिप्त पाने के बाद लगाया गया। जिसके चलते अब दीपक अग्रवाल 2 साल तक किसी भी तरह की क्रिकेट गतिविधि में शामिल नहीं हो सकते। टी10 लीग की फ्रेंचाइजी सिंधी के मालिक दीपक अग्रवा पर आईसीसी की आचार संहिता की धारा 2.4.7 के उल्लंघन का आरोप है।
ये भी पढ़ें- सेना के 13 दिन: कांप उठा पाकिस्तान, 16 आतंकियों संग मारा गया इनका आका
दीपक पर जांच में देरी कराने, सबूतों से छेड़छाड़ करने का आरोप है। आईसीसी ने यह फैसला दीपक के आईसीसी के भ्रष्टाचार रोधी कोड के उल्लंघन की बात को मानने के बाद लिया है। दीपक की सजा के आखिरी छः महीनों को कम दिया गया क्योंकि दीपक ने अपने ऊपर लगे आरोपों को कबूल लिया। जिसके बाद अगर वो शर्तों का सही से पालन करते हैं तो उनका प्रतिबंध अक्टूबर 2021 में खत्म हो जाएगा।
इससे पहले भी लग चुका है आरोप
आईसीसी के महानिदेशक एलेक्स मार्शल ने कहा , "सिर्फ एक नहीं ऐसे कई उदाहरण हैं जहां दीपक द्वारा जांच में देरी करने और जांच को बाधित करने के सबूत मिलते हैं। उन्होंने हालांकि आईसीसी के भ्रष्टाचार रोधी नियमों के उल्लंघन की बात को कबूल किया और एसीयू को अन्य भागीदारों के संबंध में चल रही जांच में जरूरी मदद मुहैया करा रहे हैं।
ये भी पढ़ें- चिदंबरम ने विलफुल डिफॉल्टर्स के कर्ज़माफी पर उठाए सवाल, कही ऐसी बात
इस सहयोग का असर उनकी सजा में दिखा।" एक क्रिकेट साइट की रिपोर्ट के मुताबिक ये पहली बार नहीं है जब दीपक अग्रवाल का नाम भ्रष्टाचार से जुड़ी गतिविधियों में सामने आया है। रिपोर्ट के मुताबिक आखिरी बार अग्रवाल का नाम बांग्लादेशी ऑलराउंजर शाकिब अल हसन के मामले में सामने आया था।