कोरोना का कहरः नेपाल का बुरा हाल, हजारों मौतें, वैक्सीनशन ठप
पूरा देश कोरोना से जूझ रहा है। इस क्रम में भारत का पड़ोसी देश नेपाल भी कोरोना की दूसरी भयानक लहर की चपेट में है। हजारों लोगों की मौत हो चुकी है।
काठमांडूः पूरा देश कोरोना से जूझ रहा है। इस क्रम में भारत का पड़ोसी देश नेपाल भी कोरोना की दूसरी भयानक लहर की चपेट में है। हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। आलम ये है कि काठमांडू घाटी में अस्पतालों में आईसीयू फुल हैं और वेंटिलेटर नहीं हैं। जिसके कारण मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि देश में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बताया जा रहा है कि लगभग हर घर में एक कोरोना मरीज है। काठमांडू के पशुपतिनाथ आर्यघाट पर शवों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं। हर आधे घंटे में एक हेलिकॉप्टर काठमांडू के बाहर से कोविड के मरीज को ला रहा है या लेकर जा रहा है। चारों तरफ लोगों की लाशें दिख रही है।
नेपाल सरकार के इमरजेंसी आपरेशन सेंटर के प्रमुख डॉ समीर कुमार अधिकारी का कहना है कि हालात त्रासदीपूर्ण होते जा रहे हैं। जिन अस्पतालों में बेड उपलब्ध हैं भी तो वहां ऑक्सीजन नहीं है। अब तो वैक्सीन भी कम पड़ने लगी है। जिसके वजह से लोग धड़ल्ले से मर रहे हैं। करीब 3 करोड़ की आबादी वाले नेपाल में अप्रैल की शुरूआत में जहां रोजाना 150 केस आ रहे थे। वहीं अब 9 हजार केस रोजाना आ रहे हैं।
चीन ने नेपाली की मदद
ऑक्सीजन की इतनी कमी है कि एवरेस्ट पर्वतारोहियों से कहा गया है कि वे ऑक्सीजन सिलेंडर वापस कर दें। बता दें कि इस बीच चीन ने नेपाल को 400 ऑक्सीजन सिलेंडर, 160 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और 20 वेंटिलेटर भेजे हैं। चीन ने कहा है कि वह 20 हजार ऑक्सीजन सिलेंडर और भेज रहा है।नेपाल में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण जरूरी सामानों की भी किल्लत हो गई है और संकट के समय में कालाबाजारी भी चरम पर है। फिलहाल नेपाल में दिन ब दिन कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है।