Julian Assange को अमेरिका के हवाले किये जाने के आसार, हाईकोर्ट ने दिया आदेश
Julian Assange: अमेरिका ने विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे पर जासूसी करने और सरकारी कंप्यूटरों की हैकिंग के षड्यंत्र का आरोप में 23 मई 2019 को 17 केस दर्ज किए।
New Delhi: विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे (WikiLeaks founder Julian Assange) को यूनाइटेड किंगडम (United Kingdom) से अमेरिका (America) भेजा जा सकता है। लंदन के हाईकोर्ट (High Court of London) ने असांजे के प्रत्यर्पण के लिए अमेरिका की अपील स्वीकार कर ली है।
50 वर्षीय असांजे पर अमेरिका ने जासूसी करने और सरकारी कंप्यूटरों की हैकिंग (hacking of government computers) के षड्यंत्र का आरोप लगाया है। असांजे कई साल से यूके में शरण लिए हुए हैं। असांजे के विकीलीक्स ने अमेरिकी मिलिट्री (american military) और राजनयिक पत्रों के ढेरों गोपनीय दस्तावेजों को लीक किया था। इसी को लेकर अमेरिका ने असांजे पर 18 तरह के आरोप लगाए हैं।
असांजे को जेल में विशेष स्थितियों में रखने के आदेश
लंदन हाई कोर्ट के जज टिमोथी होलरोयदे (Timothy Holroyde) ने कहा है कि असांजे के प्रत्यर्पण के बारे में अमेरिकी सरकार को अपील की मंजूरी दी जाती है। जज ने कहा कि अमेरिका ने ब्रिटेन को आश्वस्त किया है कि असांजे को जेल में विशेष स्थितियों में रखा जाएगा।
इसके पहले लंदन जिला जज ने फैसला दिया था कि असांजे को अमेरिका प्रत्यर्पित नहीं किया जाएगा क्योंकि उसके अमेरिकी जेल में सुसाइड करने की आशंका है।
असांजे 2019 से लंदन की जेल में कैद हैं। असांजे ने 2010-11 में हजारों क्लासिफाइड दस्तावेजों को सार्वजनिक कर दिया था। असांजे ने 2012 में इक्वाडोर से शरण मांगी थी, जिसके बाद लंदन में इक्वाडोर ऐम्बेसी में उन्हें राजनीतिक संरक्षण प्रदान किया गया। वे यहां 2012 से 2019 के बीच रहे। 11 अप्रैल 2019 को वे कोर्ट में पेश होने से चूक गए थे, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
23 मई 2019 को अमेरिका की तरफ से हुआ था केस दर्ज
उनकी गिरफ्तारी के बाद अमेरिका की तरफ से उन्हें प्रत्यर्पित करने के लिए कोर्ट में दाखिल की गई अर्जी को सार्वजनिक किया गया। 23 मई 2019 को अमेरिका की ग्रैंड ज्यूरी ने असांजे के खिलाफ जासूसी के 17 केस दर्ज किए। इसके साथ ही असांजे के खिलाफ अमेरिका में 18 केस हो गए, जिनकी कुल सजा 175 साल तक हो सकती है।