सफल हुआ मंगल मिशन: लाल रंग में हुआ सैन फ्रांसिस्को सिटी हॉल, जश्न का माहौल

मंगल की सतह पर NASAPersevere की ऐतिहासिक लैंडिंग का जश्न मनाने के लिए सैन फ्रांसिस्को सिटी हॉल को लाल रंग में प्रकाशित किया गया है आपको बता दें कि परसेवरेंस रोवर मंगल ग्रह पर भारतीय समय के अनुसार 2 बजकर 25 मिनट पर सफलतापूर्वक लैंड हुआ है।

Update: 2021-02-19 13:40 GMT
सफल हुआ मंगल मिशन: लाल रंग में हुआ सैन फ्रांसिस्को सिटी हॉल, जश्न का माहौल

नई दिल्ली: दुनियाभर के देशों के लिए मंगल ग्रह एक बड़ा शोध का विषय है और समय-समय पर मंगल पर शोध के लिए यान भेजे गए हैं। इसी कड़ी में अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा का परसेवरेंस रोवर सात महीने बाद शुक्रवार को मंगल ग्रह पर लैंड हो गया है। इस खबर से नासा के सभी वैज्ञानिक बेहद खुश हैं और देश में जश्न का माहौल बन गया है। इस ख़ुशी में शहर की मुख्य इमारतों को मंगल के रंग में रौशन किया गया है।

सैन फ्रांसिस्को सिटी हॉल को लाल रंग में प्रकाशित किया गया

बता दें कि मंगल की सतह पर NASAPersevere की ऐतिहासिक लैंडिंग का जश्न मनाने के लिए सैन फ्रांसिस्को सिटी हॉल को लाल रंग में प्रकाशित किया गया है आपको बता दें कि परसेवरेंस रोवर मंगल ग्रह पर भारतीय समय के अनुसार 2 बजकर 25 मिनट पर सफलतापूर्वक लैंड हुआ है।

सात महीने लगे परसेवरेंस रोवर को मंगल ग्रह पर पहुंचने लगा

नासा का परसेवरेंस रोवर (Perseverance Rover) धरती से टेकऑफ करने के सात महीने बाद शुक्रवार को सफलतापूर्वक मंगल ग्रह पर लैंड हो गया है। इस लैंडिंग पर भारतीय मूल की वैज्ञानिक डॉ स्वाति मोहन का सबसे बड़ा योगदान माना जा रहा है। आपको बता दें कि इनके बदौलत ही नासा को इतना बड़ा इतिहास रचने का मौका मिला है।

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भारत का नाम वैज्ञानिक डॉ. स्वाति मोहन ने किया रौशन

भारतीय मूल की वैज्ञानिक डॉ स्वाति मोहन ने परसेवरेंस रोवर को मंगल ग्रह पर सफतापूर्वक लैंडिंग के दौरान कहा कि " मंगल ग्रह पर अब टचडाउन की पुष्टि हो चुकी है। अब मंगल ग्रह पर जीवन के संकेतों की तलाश करने को तैयार है। "आपको बता दें कि जब सारी दुनिया सात महीने से परसेवरेंस रोवर को मंगल ग्रह पर लैंडिंग का इंतजार कर रही थी उस वक्त यह वैज्ञानिक प्रोजेक्ट टीम के साथ कॉर्डिनेट कर रही थी।

डॉ. स्वाति मोहन नासा के विभिन्न मिशनों का हिस्सा रही

भारतीय मूल की वैज्ञानिक डॉ. स्वाति मोहन ब्रह्मांड में नए और सुंदर स्थान ढूंढना चाहती थी। इन्होंने एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की थी इसके साथ इन्होंने अपनी पीएचडी पूरी की। आपको बता दें की स्वाति मोहन जेट प्रोप्लशन प्रयोगशाला में शुरू से ही मार्स रोवर मिशन की सदस्य रही है। यह अमेरिका की नासा के विभिन्न मिशनों का हिस्सा रही है।

देखें वीडियो:

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