OIC Meeting 2022: OIC में इमरान खान ने एक बार फिर उठाया कश्मीर का मुद्दा, मुस्लिम देशों से भारत के खिलाफ एकजुट होने की अपील की

OIC Meeting 2022: पाकिस्तान ने एक बार फिर ओआईसी सम्मेलन में कश्मीर का राग अलापा है। पीएम इमरान खान ने कहा कि भारत ने अवैध रूप से कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त कर दिया है, लेकिन उसे कुछ नहीं हुआ।

Written By :  Krishna Chaudhary
Published By :  Deepak Kumar
Update:2022-03-22 20:45 IST

इमरान खान (सोशल मीडिया)

OIC Meeting 2022: दुनियाभर के इस्लामिक देशों का अंतराष्ट्रीय संगठन ओआईसी (OIC) का सम्मेलन पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में आयोजित की गई, जहां दुनिया के सभी मुस्लिम देशों के प्रतिनिधि एकत्रित हुए। खासबात ये है कि इस बार सम्मेलन में चीनी विदेश मंत्री वांग यी (Chinese Foreign Minister Wang Yi) भी मौजूद थे। दरअसल उनकी मौजूदगी चर्चा का विषय इसलिए बनी क्योंकि चीन (China) पर उसके यहां रह रहे अल्पसंख्यक वीगर मुसलमानों का जबरदस्त उत्पीड़न करने का आरोप है और ये साबित भी हो चुका है।

पाकिस्तान ने एकबार अलापा फिर कश्मीर का राग

इस बैठक में पाकिस्तान (Pakistan) ने एकबार फिर कश्मीर का राग अलापा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सम्मेलन में शामिल हुए इस्लामिक देशों से कहा कि भारत ने अवैध रूप से कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त कर दिया है, लेकिन उसे कुछ नहीं हुआ। पाक पीएम ने कश्मीर (Kashmir) और फलस्तीन को एक ही तराजू में तौलते हुए कहा कि हम डेढ़ अरब मुसलमान हैं लेकिन कश्मीर और फलस्तीन के मसले सुलझाने में नाकाम रहे हैं। हमारी कश्मीर पर कोई प्रभाव नहीं है। वो हमें गंभीरता से नहीं लेते हैं। कश्मीरी लोगों को आत्मनिर्णय का अधिकार नहीं दिया जा रहा है।

भारत के खिलाफ संयुक्त मोर्चे की जरूरत

5 अगस्त 2019 को भारत सरकार (Indian Government) द्वारा जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) से धारा 370 को निष्प्रभावी किए जाने के बाद से पाकिस्तान लगातार अंतराष्ट्रीय मंचों पर भारत को घेरने में जुटा हुआ है। लेकिन उसे अबतक सफलता हाथ नहीं लग पायी है। पाकिस्तान को जबरदस्त झटका तब लगा जब प्रभावी मुस्लिम देशों ने इस मसले पर उसकी भाषा बोलने से इनकार कर दिया। हालांकि इसके बावजूद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान (Pak PM Imran Khan) लगातार अंतराष्ट्रीय़ मंचों के इस्तेमाल भारत के खिलाफ करते रहे हैं। इसी क्रम में एकबार फिर उन्होंने ओआईसी में इस मसले को जोरशोर से रखा।

पाक पीएम ने तो इसबार इस्मलामिक देशों से भारत के खिलाफ एकजुट होकर मोर्चा खोलने की सलाह तक दे डाली। इमरान खान ने अपने संबोधन में कहा कि कश्मीर में इतना बड़ा निर्णय़ लेने के बाद भारत को कुछ नहीं हुआ क्योंकि वो कश्मीर पर कोई दवाब महसूस नहीं करता है। हमें इसके खिलाफ संयुक्त मोर्चा बनाने होंगे, नहीं तो ये अत्याचार कश्मीर और फलस्तीन में होते रहेंगे।

बता दें कि कश्मीर मसले (kashmir issue) पर तुर्की और मलेशिया जैसे इक्का दुक्का इस्लामिक राष्ट्रों को छोड़कर अन्य किसी बड़े और प्रभावी मुस्लिम देश ने भारत के विरूध्द कुछ नहीं कहा है। मुस्लिम दुनिया के दो सबसे प्रभावी राष्ट्रों सऊदी अरब और यूएई की तरफ से पाकिस्तान को मिली ठंडी प्रतिक्रिया ने पीएम इमरान खान (Pak PM Imran Khan) को गहरा झटका दिया था, जिसका असर कुछ समय के लिए इन देशों के साथ संबंधों पर भी पड़ा था। पाकिस्तान की आंतरिक राजनीति में बूरी तरह घिर चुके इमरान खान कश्मीर मुद्दे को लेकर पाक सेना और जनता में अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश भी कर रहे हैं। क्योंकि भारत की तरह पाकिस्तान में भी कश्मीर एक भावनात्मक मुद्दा रहा है।

देश और दुनिया की खबरों को तेजी से जानने के लिए बने रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलो करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Tags:    

Similar News