Russia-Ukrain Crisis: भारतीय दूतावास ने यूक्रेन में रह रहे भारतीय नागरिकों के लिए जारी की एडवाइजरी, यूक्रेन छोड़ने को लेकर दी ये सलाह
न्यूज एजेंसी एएनआई द्वारा ट्वीट किए गए भारतीय दूतावास की एडवाइजरी में वहां रह रहे भारतीयों को यूक्रेन छोड़ने की सलाह दी गई है।
Russia-Ukrain Crisis: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे तनाव से बड़े पैमाने पर लोगों के विस्थापित होने का खतरा मंडरा रहा है। इसके अलावा यूक्रेन में रह रहे अन्य मूल्कों के लोग भी खासे परेशान हैं। भारत भी उन मूल्कों में शुमार है जहां के बड़ी संख्या में छात्र यूक्रेन में पढ़ाई के लिए रहते हैं। रूस के साथ युध्द के खतरे को देखते भारत सरकार लगातार वहां के हालात पर नजर बनाई हुई है। इसी कड़ी में यूक्रेन की राजधानी कीव में स्थित भारतीय दूतावास ने वहां रह रहे भारतीय नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है।
भारतीय दूतावास की एडवाइजरी
न्यूज एजेंसी एएनआई द्वारा ट्वीट किए गए भारतीय दूतावास की एडवाइजरी में वहां रह रहे भारतीयों को यूक्रेन छोड़ने की सलाह दी गई है। एडवाइजारी में कहा गया है कि यूक्रेन में जारी तनाव को देखते हुए, सभी भारतीय नागरिक जिनका प्रवास आवश्यक नहीं समझा जाता है और सभी भारतीय छात्रों को अस्थायी रूप से यूक्रेन छोड़ने की सलाह दी जाती है।
एडवाइजरी में छात्रों को सलाह देते हुए कहा गया है कि वे चार्टर उड़ानों के अपडेट के लिए संबंधित छात्र ठेकेदारों से भी संपर्क स्थापित करें। इसके अलावा छात्रों को कीव स्थित भारतीय दूतावास के ट्वीटर और फेसबुक समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर नियमित रूप से अपडेट देखने की सलाह भी दी गई है।
सीमावर्ती क्षेत्रों में लोगों का शुरू हो चुका है पलायन
युध्द की आशंका को देखते हुए रूस और यूक्रेन के सीमा क्षेत्रों में रह रहे लोगों ने पलायन करना शुरू कर दिया है। यूक्रेन में लगातार हो रहे बम धमाकों ने उनके डर को और प्रबल बना दिया है। अगर यूध्द शुरू होता है तो उसके सबसे पहले शिकार यही लोग होंगे। इन सीमावर्ती क्षेत्रों में करीब 10 लाख लोग रहते हैं। स्थानीय नागरिक वाहनों की मदद से पोलेंड की सीमा की तरफ कूच कर रहे हैं। वहीं डानबॉस क्षेत्र में रह रहे लोग रूस की तरफ जा रहे हैं। रूस ने इनके लिए अपनी सीमा भी खोल दी है।