Sabrina Siddiqui: पीएम मोदी से सवाल पूछने वाली अमेरिकी पत्रकार हो रहीं ट्रोल, यूएस प्रेस ने व्हाइट हाउस से मांगा जवाब

Sabrina Siddiqui: अमेरिकी महिला पत्रकार को सोशल मीडिया पर एक तबके द्वारा जमकर ट्रोल किया जा रहा है। पिछले कुछ दिनों से जारी ट्रोल के बाद उनका संस्थान खुलकर उनके समर्थन में आ गया है।

Update:2023-06-27 15:08 IST
अमेरिकी पत्रकार और पीएम मोदी (फोटो: सोशल मीडिया )

Sabrina Siddiqui: हाल ही में संपन्न हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा दुनियाभर के मीडिया में चर्चा का विषय रहीं। एक दशक से अधिक समय बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री को राजकीय यात्रा के लिए अमेरिका आमंत्रित किया गया था। व्हाइट हाउस में पीएम मोदी का भव्य स्वागत और उनकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ पर्सनल बॉन्डिंग से इतर एक चीज जो सबसे अधिक सुर्खियों में रहा, वो था दोनों नेताओं का संयुक्त प्रेस कांफेंस।

प्रेस कांफेंस में पत्रकारों ने दोनों नेताओं से अलग-अलग सवाल पूछे। इस दौरान प्रतिष्ठित अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) की आर से व्हाइट हाउस कवर करने वाली महिला पत्रकार सबरीना सिद्दीकी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी सवाल पूछे। उनका सवाल भारत में अल्पसंख्यकों यानी मुस्लिमों के साथ हो रहे कथित भेदभाव को लेकर था। जिसका पीएम मोदी की ओर से विस्तार से जवाब भी दिया गया। लेकिन इस सवाल-जवाब के बाद सबरीना सोशल मीडिया पर भारतीयों खासकर मोदी समर्थकों के बीच कोपभाजन बन गईं।

अमेरिकी महिला पत्रकार को सोशल मीडिया पर एक तबके द्वारा जमकर ट्रोल किया जा रहा है। पिछले कुछ दिनों से जारी ट्रोल के बाद उनका संस्थान खुलकर उनके समर्थन में आ गया है। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने सोशल मीडिया पर भारतीयों द्वारा महिला पत्रकार का किए जा रहे ऑनलाइन उत्पीड़न की शिकायत व्हाइट हाउस से की है। अखबार ने बताया कि जब से हमारी पत्रकार ने भारतीय प्रधानमंत्री से सवाल पूछा है, तब से भारत के लोग उनका ऑनलाइन उत्पीड़न कर रहे हैं। अखबार का आरोप है कि उन्हें मुस्लिम होने के कारण टारगेट किया जा रहा है। इस कृत्य में मोदी सरकार के कुछ नेता भी शामिल हैं।

व्हाइट हाउस से मांगा गया जवाब

सोमवार को व्हाइट हाउस में रेगुलर प्रेस ब्रीफिंग के दौरान प्रेस सेक्रेटरी जॉन किर्बी से मीडियाकर्मियों ने इस बाबत सवाल पूछा। तो इस पर उन्होंने कहा, हमें उत्पीड़न की जानकारी है। यह अस्वीकार्य है। हम पत्रकारों के उत्पीड़न की निंदा करते हैं। ये पत्रकार चाहे कहीं के भी हों या किसी भी स्थिति में हों। यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है। यह लोकतंत्र के सिद्धांतों के भी खिलाफ है।

सबरीना ने पीएम मोदी से क्या पूछा था ?

अमेरिकी पत्रकार सबरीना सिद्दीकी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा था कि भारत खुद को दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र मानता है, मगर ऐसे कई मानवाधिकार कहते हैं कि आपकी सरकार ने धार्मिक अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव किया है। अपने आलोचकों को चुप कराने की कोशिश की है। वॉल स्ट्रीट जर्नल की महिला पत्रकार ने आगे पूछा कि आपकी सरकार मुसलमानों और अन्य अल्पसंख्यकों के अधिकारों में सुधार लाने और फ्री स्पीच को बनाए रखने के लिए क्या कदम उठा रही है ?

पीएम मोदी ने दिया था ये जवाब

प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए कहा था लोकतंत्र हमारे रगों में है। लोकतंत्र को हम जीते हैं और हमारे पूर्वजों ने उसे शब्दों में ढाला है। हमारी सरकार संविधान के आधार पर चलती है। भारत में सरकार की ओर से मिलने वाले लाभ सभी को उपलब्ध हैं, जो भी उनके हकदार हैं, वो उन सभी को मिलते हैं। इसलिए भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों में कोई भेदभाव नहीं है। हमने हमेशा साबित किया है कि लोकतंत्र नतीजे दे सकता है। जब मैं नतीजे देने की बात करता हूं तो यह जाति, धर्म, लिंग, पंथ की परवाह किए बिना होता है।

ट्रोलर्स को सबरीना ने दिया ये जवाब ?

पीएम मोदी से सवाल-जवाब के बाद सोशल मीडिया पर सबरीना सिद्दीकी को जमकर ट्रोल किया जाने लगा। उनकी ट्रोलिंग में शामिल लोग उनका धर्म और देश को लेकर निशाना बनाने लगे। दरअसल, एकबार उन्होंने पाकिस्तान झंडे की तस्वीर पोस्ट की थी, जिसको लेकर उन्हें ट्रोल किया जाने लगा। ट्रोलिंग बढ़ने के बाद सबरीना ने भी जवाब देने की ठानी उन्होंने 2011 क्रिकेट विश्व कप की एक तस्वीर पर अपने ट्विटर अकाउंट से पोस्ट की।

इस तस्वीर में वो टीम इंडिया की जर्सी अपने पिता के साथ नजर आ रही हैं। सोशल मीडिया पर ऐसी कई तस्वीर मौजूद है, जिसमें सबरीना को टीम इंडिया की जर्सी पहनकर भारतीय टीम को सपोर्ट करते हुए देखा जा सकता है। सबरीना ने इनमें से एक तस्वीर क ट्वीट करते हुए लिखा, अब जब कुछ लोग मेरे निजी बैकग्राउंड से कुछ साबित करना चाहते हैं तब मुझे लगता है कि पूरी तस्वीर मुहैया करवानी चाहिए। कई बार पहचान जितनी सरल दिखती है, उससे जटिल होती है। उनके इस ट्वीट को ट्रोलर्स को जवाब के तौर पर देखा जा रहा था।

कांग्रेस सबरीना के समर्थन में उतरी

एक तरफ जहां सोशल मीडिया पर पीएम मोदी से सवाल किए जाने पर महिला पत्रकार सबरीना सिद्दीकी को ट्रोल किया जा रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ उनके समर्थन में भी लोग लामबंद हो रहे हैं। इंडियन अमेरिकन काउंसिल ने सबरीना की ट्रोलिंग की निंदा की है। वहीं, भारत में मुख्य विपक्षी कांग्रेस खुलकर उनके समर्थन में आ गई है। सीनियर कांग्रेस नेता लीडर और एमपी के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा पीएम मोदी के कार्यालय (पीएमओ) को पता लगाना चाहिए कि धार्मिक अल्पसंख्यक पर सवाल पूछने वाली पत्रकार सबरीना सिद्दीकी को कौन ट्रोल कर रहा है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। कहीं ये आपकी निजी ट्रोल आर्मी तो नहीं ? अगर ऐसा है क्या आप उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे ?

कौन हैं सबरीना सिद्दीकी ?

सबरीना सिद्दीकी के पिता जमीर भारत-पाक मूल के हैं। उनका जन्म भारत में हुआ था लेकिन पालन-पोषण पाकिस्तन में हुआ। सबरीना की मां निशात सिद्दीकी पाकिस्तानी मूल की हैं और यूएस में एक मशहूर शेफ के तौर पर पहचानी जाती हैं। सबरीना सिद्दीकी का जन्म 8 दिसंबर 1986 को वाशिंगटन में हुआ था। उन्होंने शिकागो की नॉर्थ वेस्टर्न यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में स्नातक किया था। 24 साल की उम्र में ब्लूमबर्ग के साथ बतौर फ्रीलांस काम शुरू किया था। इसके बाद उन्होंने गार्जियन, सीएनएन और हफिंगटन पोस्ट के लिए काम किया। वर्तमान में वो प्रतिष्ठित अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) के लिए व्हाइट हाउस कवर करती हैं। परिवार में उनके अलावा उनका पति अली और एक बेटी है। बताया जाता है कि सबरीना और अली ने इस्लाम के साथ-साथ ईसाई रीति-रिवाज से शादी की थी।

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