Suicide Attack in Pakistan: फिर धमाके से दहला पाकिस्तान, फिदायीन हमले में मारे गए 9 पुलिसकर्मी

Suicide Attack in Pakistan:पेशावर हमले के बाद पाकिस्तान में पुलिसकर्मियों को टारगेट कर एक और बड़े हमले को अंजाम दिया गया है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2023-03-06 13:44 IST

Suicide bombing in Pakistan  (photo: social media )

Suicide Attack in Pakistan: दुनिया में आतंकवादियों के लिए सबसे सुरक्षित पनाहगाह के रूप में कुख्यात पाकिस्तान में धमाकों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। मुल्क में सक्रिय चरमपंथियों और दहशतगर्दों के निशाने पर वहां के पुलिसकर्मी हैं। पेशावर हमले के बाद पाकिस्तान में पुलिसकर्मियों को टारगेट कर एक और बड़े हमले को अंजाम दिया गया है। यह हमला देश के सबसे बड़े प्रांत बलूचिस्तान के बोवन इलाके में हुआ है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिसकर्मियों को लेकर सिबी से क्वेटा जा रही वैन बोवन इलाके में एक पुल पर जैसे ही पहुंची, वैन में अचानक जोरदार धमाका हुआ। विस्फोट इतना जोरदार था कि पुलिस वैन के परखच्चे उड़ गए। इस हमले में अब तक 9 पुलिसकर्मियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है, जबकि 15 गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि मृतकों की तादाद बढ़ सकती है क्योंकि कुछ पुलिसकर्मियों की हालत बेहद गंभीर है।

हमले की जिम्मेदारी किसी संगठन ने नहीं ली

बलूचिस्तान में पुलिसकर्मियों पर हुए इस हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी चरमपंथी संगठन ने नहीं ली है। जिस कांस्टेबुलरी पुलिस को दहशतगर्दों ने निशाना बनाया है, उसका काम जेलों और संवेदनशील जगहों पर सुरक्षा प्रदान करना है। इलाके के एसएसपी ने इसे फिदायीन हमला करार दिया है। घटनास्थल पर पुलिस और सेना के सीनियर अधिकारी पहुंच गए हैं। बम निरोधक दस्ते को भी बुलाया गया है।

इन पर हमले का शक

पाकिस्तान में इन दिनों हो रहे आतंकी हमलों के तार चरमपंथी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान से जुड़ रहे हैं। हालांकि, अब तक टीटीपी की ओर से हमले की जिम्मेदारी नहीं ली गई है। लेकिन नवंबर 2022 में जब से पाकिस्तान सरकार और टीटीपी के बीच बातचीत टूटी, तब से मुल्क में ऐसे हमलों में बढोतरी देखी गई है। टीटीपी पाक सरकार के खिलाफ जंग का ऐलान कर चुकी है। इसके निशाने पर अक्सर पुलिसकर्मी और अल्पसंख्यक समुदाय रहे हैं।

वहीं, हमला बलूचिस्तान में होने पर इसका शक इलाके में सक्रिय बलूच अलगाववादियों पर भी है। जो निरंतर पाकिस्तानी फौज और पुलिस के ठिकानों पर हमले करते रहते है। बलोच लिबरेशन आर्मी बलूचिस्तान में चल रहे सीपीईसी प्रोजेक्ट पर कई बार हमले कर चुकी है। हाल ही में पाकिस्तान ने यहां काम करे चीनी इंजीनियरों और मजदूरों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त जवान तैनात किए हैं। हालांकि, बीएलए ने अभी तक हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।

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