अब बांग्लादेश में ISI की एंट्री, मोहम्मद यूनुस ने भारत के जानी दुश्मन को क्यों दिया न्योता
बांग्लादेश का दौरा करने वाली आईएसआई की टीम में कई शीर्ष अधिकारी शामिल हैं। इन अधिकारियों में चीन में पाकिस्तान के मिलिट्री डिप्लोमेट रह चुके मेजर जनरल शाहिद अमीर भी शामिल हैं।;
शेख हसीना के बांग्लादेश की सत्ता से हटने के बाद बांग्लादेश भारत विरोधी गतिविधियों का केंद्र बन चुका है। मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार लगातार पाकिस्तान के साथ संबंध मजबूत बनाने की कोशिश में जुटी हुई है। यूनुस ने पिछले चार महीने के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाद शरीफ से तीन बार मुलाकात की है। बांग्लादेश आर्मी के टॉप जनरल की अगुवाई में देश के रक्षा प्रतिनिधिमंडल ने भी पाकिस्तान का दौरा किया है।
अब पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की एक हाई लेवल टीम का बांग्लादेश के दौरे पर पहुंची है। आईएसआई का कश्मीर और भारत के विभिन्न हिस्सों में आतंकी घटनाओं में हाथ रहा है और इस तरह बांग्लादेश ने भारत के जानी दुश्मन को भी गले लगा लिया है।
ISI की टीम में कई शीर्ष अफसर शामिल
बांग्लादेश का दौरा करने वाली आईएसआई की टीम में कई शीर्ष अधिकारी शामिल हैं। इन अधिकारियों में चीन में पाकिस्तान के मिलिट्री डिप्लोमेट रह चुके मेजर जनरल शाहिद अमीर भी शामिल हैं। उनके अलावा ब्रिगेडियर लेवल के दो अन्य अधिकारी आलम आमिर अवान और मोहम्मद उस्मान जतीफ भी आईएसआई की टीम में शामिल हैं।
कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आईएसआई के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद आसिम मलिक भी बांग्लादेश दौरे पर पहुंचे हैं मगर जानकार सूत्रों का कहना है कि वे इस हाई लेवल टीम का हिस्सा नहीं हैं। आईएसआई की टीम बांग्लादेश के अधिकारियों से चर्चा के लिए 21 जनवरी को ही पहुंच गई थी और इस टीम का वहां पर 24 जनवरी तक रुकने का कार्यक्रम है। जानकारों का कहना है कि आईएसआई की टीम मिलिट्री और सुरक्षा संबंधी सहयोग बढ़ाने पर चर्चा के लिए बांग्लादेश पहुंची है।
भारत विरोधी गतिविधियों का केंद्र बना बांग्लादेश
बांग्लादेश में शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद यह देश भारत विरोधी गतिविधियों का बड़ा केंद्र बन चुका है। देश के विभिन्न हिस्सों से हिंदू समुदाय के उत्पीड़न और उनके साथ अत्याचार की घटनाएं सामने आ रही हैं। हिंदुओं की ओर से इस बाबत शिकायत करने के बावजूद बांग्लादेश की पुलिस और सेना की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
अब बांग्लादेश ने भारत विरोधी गतिविधियां चलाने वाले पाकिस्तान के साथ अपनी दोस्ती मजबूत बनानी शुरू कर दी है। देश के अंतरिम प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के साथ तीन मुलाकात कर चुके हैं।
हाल के दिनों में दोनों देशों के शीर्ष अफसरों का भी एक-दूसरे के यहां आना जाना हुआ है। ऐसे में माना जा रहा है कि अब पाकिस्तान बांग्लादेश के जरिए भारत विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा दे सकता है।
शेख हसीना के प्रत्यर्पण की कोशिशें तेज
इस बीच बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने कहा है कि शेख हफीना को भारत से वापस लाने की कोशिशों में तेजी लाई जाएगी। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार में कानूनी मामलों के सलाहकार आसिफ नजरुल ने मीडिया के साथ बातचीत में कहा कि यदि भारत ने इस दिशा में कदम नहीं उठाया तो हम अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की मांग करेंगे।
उन्होंने कहा कि यदि भारत की ओर से शेख हसीना को बांग्लादेश वापस भेजने से इनकार किया जाता है तो यह दोनों देशों के बीच पूर्व में हुई प्रत्यर्पण संधि का पूरी तरह उल्लंघन होगा। शेख हसीना पिछले साल 5 अगस्त को बांग्लादेश से भारत पहुंची थीं और इसके बाद वे भारत में ही बनी हुई है। दूसरी ओर बांग्लादेश में उनके खिलाफ तमाम मामले दर्ज किए जा चुके हैं और उन्हें वापस भेजने की मांग तेज होने लगी है।