Nepal Protest: नेपाल में हो रहे प्रदर्शन में 2 लोगों की मौत, आसान भाषा में समझिये पूरी कहानी...

Nepal Protest: नेपाल में हुये हिंसक प्रदर्शन में अब तक 2 लोगों की मौत हो गई है और 35 से ज्यादा लोग घायल बताये गये हैं। मामले में पुलिस ने अभी तक 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है।;

Update:2025-03-29 15:22 IST

नेपाल में विरोध-प्रदर्शन (फोटो-सोशल मीडिया)

Nepal Protest: नेपाल में इन दिनों तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। यहां की राजधानी काठमांडू के पूर्वी हिस्से में जमकर विरोध-प्रदर्शन हो रहा है। लेकिन शुक्रवार को यह प्रदर्शन उग्र हो गया और हिंसक झड़प में 2 लोगों की मौत हो गई है। जिनमें से एक प्रदर्शनकारी तो दूसरा पत्रकार था। इसके अलावा हिंसक प्रदर्शन के दौरान कम से कम 35 लोगों के घायल होने की भी खबर है।

पुलिस ने 100 से ज्यादा लोगों को किया गिरफ्तार

नेपाल में राजशाही की मांग को लेकर प्रदर्शन चल रहा है। लेकिन बीते दिन इस प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया। जिसके बाद काठमांडू के पूर्वी हिस्से में कर्फ्यू लगाया गया, जिसे आज सुबह 7 बजे हटा भी दिया गया। इस हिंसक प्रदर्शन में 2 लोगों की जान भी चली गई। मामले पर एक्शन लेते हुए पुलिस ने हिंसा भड़काने, संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने और आगजनी के आरोप में 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी (RPP) क महासचिव धवल शमशेर राणा और पार्टी के केंद्रीय सदस्य रवींद्र मिश्रा भी शामिल हैं। फिलहाल पुलिस हिंसा की जांच कर रही है।

अचानक कैसे बेकाबू हो गई भीड़?

काठमांडू में शुक्रवार को राजशाही समर्थक के कई संगठनों ने शक्ति प्रदर्शन किया था। शुरुआत में यह प्रदर्शन शांति से हो रहा था, लेकिन देखते ही देखते इसने हिंसक रूप ले लिया और स्थिति को कंट्रोल करने के लिए सेना तक को बुलाना पड़ गया। दरअसल, आंदोलन बुलाने वाले दुर्गा प्रसाद द्वारा पुलिस बैरिकेड तोड़ते हुये संसद भवन की तरफ जाते ही भीड़ बेकाबू हो गई और शांति से चल रहे प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया। इस दौरान 14 इमारतों में आग लगाई गई, सरकारी गाड़ियों में भी आग लगी और काफी कुछ नुकसान हुआ। स्थिति को कंट्रोल के करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और रबर की गोलियां भी चलाईं। इसके बाद जब स्थिति बिगड़ती चली गई तो कर्फ्यू लगा दिया गया।

क्यों हो रहा है प्रदर्शन?

नेपाल में प्रदर्शनकारी राजतंत्रवादी राजतंत्र की बहाली और हिंदू राज्य की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि भ्रष्टाचार, अर्थव्यवस्था और लगातार बदलती सरकार से नेपाल के लोग परेशान हो गये हैं, इसलिए अब वे राजशाही की मांग कर रहे हैं।

नेपाल में राजशाही का क्या इतिहास है?

नेपाल को 28 मई, 2008 को गणतंत्र राष्ट्र घोषित किया गया था। जिससे वहां 240 साल से चली आ रही राजशाही का खत्म हो गई। साल 2006 से पहले वहां राजशाही थी, लेकिन साल 2005 में आखिरी राजा ज्ञानेंद्र ने संविधान को निलंबित करते हुए संसद को भंग कर दिया था। जिससे वहां लोकतांत्रिक विद्रोह शुरू हो गया था। हालांकि, नेपाल में लोकतंत्र की शुरुआत के बाद यानी बीते 16 साल में 14 सरकारें बनी हैं।

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