जिद्द पर अड़े ट्रंप: सत्ता छोड़ने के लिए रखी ये शर्त, जानिए कब छोड़ेंगे व्हाइट हाउस
अमेरिकी चुनाव प्रणाली में मतदाता राष्ट्रपति का चुनाव सीधे नहीं करते हैं। वह अमेरिकी राज्यों की आबादी के आधार पर कुल 538 उम्मीदवारों के लिए मतदान करते हैं। इन उम्मीदवारों की संख्या हर राज्य से अलग-अलग होती है।
रामकृष्ण वाजपेयी
नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव से शुरू हुई रार अभी थमती नजर नहीं आ रही है। अबतक हार स्वीकार करने से लगातार इनकार कर रहे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब कहा है कि वह व्हाइट हाउस छोड़ देंगे अगर इलेक्टोरल कॉलेज जो बाइडन के अगला राष्ट्रपति बनने की पुष्टि कर देगा।
इलेक्टोरल कॉलेज के वोट पर टिका फैसला
गुरुवार यानी कल ट्रंप से पूछा गया था कि अगर 14 दिसंबर के इलेक्टोरल कॉलेज के वोट में वो हारते हैं तो क्या व्हाइट हाउस छोड़ने पर राज़ी हो जाएंगे। इसपर ट्रंप ने कहा है कि निश्चित रूप से मैं करूंगा और आप ये जानते हैं। हालांकि उन्होंने इलेक्टोरल कॉलेज पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर वो ऐसा करते हैं (यानी जो बाइडन का चुनाव), तो वो ग़लती करेंगे।
ट्रंप की बातचीत से लगता है कि वो अभी तक अड़ियल रुख पर कायम हैं। उन्होंने कहा ये चीज़ (यानी हार) स्वीकार करना बहुत मुश्किल होगा। ट्रंप के पास हालांकि कोई सबूत नहीं है लेकिन फिर भी वह जोरदारी से चुनाव के दौरान "बड़ी धांधली" होने के दावों को दोहरा रहे हैं।
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ऐसे होता है इलेक्टोरल चुनाव
अमेरिकी चुनाव प्रणाली में मतदाता राष्ट्रपति का चुनाव सीधे नहीं करते हैं। वह अमेरिकी राज्यों की आबादी के आधार पर कुल 538 उम्मीदवारों के लिए मतदान करते हैं। इन उम्मीदवारों की संख्या हर राज्य से अलग-अलग होती है। ये इलेक्टोरल तक़रीबन हमेशा उस उम्मीदवार को वोट देते हैं जिसने उनके राज्यों के ज़्यादातर वोट जीते होते हैं। संभावना ये भी है कि इनमें से कुछ मतदाताओं के चुनाव की अनदेखी करें लेकिन अब तक का इतिहास यही बताता है कि नतीजों में उलटफेर नहीं हुआ है।
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडन को अब तक 306 जबकि ट्रंप को उनसे कम काफी कम 232 वोट मिले हैं। जीत के लिए 270 मतों की ज़रूरत होती है। बाइडन इसे हासिल कर चुके हैं। अगर कुल मतों के हिसाब से देखें तो बाइडन ट्रंप से 60 लाख मतों से आगे हैं।
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इलेक्टोरल कॉलेज करेगा बाइडन की जीत की पुष्टि
इलेक्टोरल कॉलेज मतों पर आख़िरी फ़ैसला करने के लिए अगले महीने बैठक करेगा। यह बैठक 14 दिसंबर को होनी है जिसमें अमेरिकी इलेक्टोरल कॉलेज बाइडन की जीत की पुष्टि कर देगा। इसके बाद बाइडन 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।
ट्रंप और उनके समर्थक नतीजों को नकारते हुए कई मुकदमे दर्ज करा चुके हैं लेकिन उनको कामयाबी हासिल नहीं हुई है। अनिश्चितता के कई हफ्तों के बाद अब ट्रंप ने अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन की टीम को औपचारिक रूप से सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू करने की अनुमति देने पर सहमति जताई है।
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बाइडन 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे
इसका मतलब है कि 20 जनवरी को शपथ ग्रहण करने जा रहे बाइडन अब शीर्ष स्तर पर सुरक्षा अधिकारियों से जानकारी ले सकेंगे और प्रमुख सरकारी अधिकारियों और लाखों डॉलर के फंड के मामले में भी उनकी पहुंच हो जाएगी।