सितम्बर माह में बेहद शुभ हैं ये दो दिन, राजा होंगे इन दिनों में पैदा हुए बच्चे

ज्योतिष विद्या के जानकारों के मुताबिक यदि किसी व्यक्ति के राहु, केतु उच्च के हों तो व्यक्ति तेज‍ दूरदर्शी, संघर्ष करने वाला, राजनीति‍ज्ञ एवं कुशल प्रशासक होता है।

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Published on: 20 Sep 2020 12:23 PM GMT
सितम्बर माह में बेहद शुभ हैं ये दो दिन, राजा होंगे इन दिनों में पैदा हुए बच्चे
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ऐसा योग अनेक वर्षों में एक बार ही आता है। ऐसे में उक्त दो द‍ि‍नों में पैदा हुई संतान देश-दुनिया में नाम कमाने वाली और दूसरों का भला करने वाली होगी।

लखनऊ: अगर आपके या आपके किसी करीबी के यहां 9 सितम्बर या 11 को किसी महिला की डिलीवरी हुई है। तो इस खबर को जरूर ध्यान लगाकर पढ़ें और उस महिला तक अपनी बात जरूर पहुंचाए। क्योंकि बात ही कुछ ऐसी है। ये खबर बच्चों के जन्म लेने के शुभ मुहूर्त से जुड़ी हुई है।

ज्योतिषियों के मुताबिक नौ सितम्बर के प्रात: 5:30 बजे से 11 सि‍तंबर की प्रात: 2:26 तक जन्म लेने वाले बच्चे हमेशा से विशेष योग्यता लेकर उत्पन्न हुए हैं। ऐसे बच्चे प्रतिभावान एवं धनी होते हैं और समाज एवं राष्ट्र को नई दिशा दिखाने वाले होते हैं।

ऐसा इसलिए क्यों कि‍ इन दो दिन सभी ग्रह अपनी-अपनी उच्च राशि में, स्वरा‍शि में और मित्र राशि में थे। चंद्रमा वृष राशि में उच्च में थे।

Feeding बच्चे को दूध पिलाते महिला की फोटो(यूट्यूब)

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राहु, केतु उच्च के हों तो व्यक्ति राजनीति‍ज्ञ एवं कुशल प्रशासक बनता है

बुध कन्या राशि में उच्च , राहु मि‍थुन राशि में उच्च और केतु धनु राशि में उच्च के थे। इसके साथ ही सूर्य सिंह राशि में अपनी स्व‍राशि में, शनि मकर में राशि में ही स्वयं की राशि में, मंगल मेष राशि में स्वराशि और शुक्र कर्क राशि में मित्र राशि में थे।

ज्योतिष विद्या के जानकारों के मुताबिक यदि किसी व्यक्ति के राहु, केतु उच्च के हों तो व्यक्ति तेज‍ दूरदर्शी, संघर्ष करने वाला, राजनीति‍ज्ञ एवं कुशल प्रशासक होता है।

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New Born Baby नवजात बच्चे की फोटो(सोशल मीडिया)

शुक्र यदि मित्र राशि या स्वराशि में हो तो धन, वैभव, सुख, विलासितापूर्ण जीवन

इसी तरह शुक्र यदि मित्र राशि या स्वराशि में हो तो धन, वैभव, सुख, विलासितापूर्ण जीवन और ऐश्वंर्य की प्राप्ति होती है। सबसे अच्छीा बात यह है कि इस समय कोई भी ग्रह अस्त नहीं था। सभी ग्रह आकाश में दृश्यमान थे। इसलि‍ए वे अपनी पूर्ण शक्ति से जातक एवं राष्ट्र का भला करेंगे।

ऐसा योग अनेक वर्षों में एक बार ही आता है। ऐसे में उक्त दो द‍ि‍नों में पैदा हुई संतान देश-दुनिया में नाम कमाने वाली और दूसरों का भला करने वाली होगी।

इसी तरह बुध, चंद्रमा और गुरु उच्च राशि में होने से व्यक्ति मेधावी, विद्या में नि‍पुण, उच्च‍ शिक्षा में कुशल गुणों वाला होता है। उच्च, स्वराशि और मित्र राशि में ग्रह होने का अपना अलग महत्व होता है। यदि सूर्य, मंगल, शनि स्व राशि में होते हैं तो व्यक्ति साहसी, पराक्रमी और दूसरों पर शासन करने वाला बनाते हैं।

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