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जन्माष्टमी 2020: मोर पंख से करें ये उपाय, दूर होगा कालसर्प दोष, जानें और भी बातें

11 व12अगस्त को जन्माष्टमी की धूम हर तरफ है। कहते हैं कृष्ण के जन्म से हर तरफ खुशियां छा जाती है ,ऊर्जा का संचार होगा।कृष्ण का जन्म नई खुशियों लेकर आता है। मानस में प्रेम का संचार करता है। जन्माष्टमी पर  कृष्ण से जुड़े कुछ उपाय  है, जो जीवन में नई उमंग, प्रेम और उत्साह का संचार करते हैं। जानते हैं इनके बारे में।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 9 Aug 2020 9:54 PM IST
जन्माष्टमी 2020: मोर पंख से करें ये उपाय, दूर होगा कालसर्प दोष, जानें और भी बातें
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प्रतीकात्मक

जयपुर: 11 व12अगस्त को जन्माष्टमी की धूम हर तरफ है। कहते हैं कृष्ण के जन्म से हर तरफ खुशियां छा जाती है ,ऊर्जा का संचार होगा।कृष्ण का जन्म नई खुशियों लेकर आता है। मानस में प्रेम का संचार करता है। जन्माष्टमी पर कृष्ण से जुड़े कुछ उपाय है, जो जीवन में नई उमंग, प्रेम और उत्साह का संचार करते हैं। जानते हैं इनके बारे में।

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*वास्तु के अनुसार घर में भगवान श्रीकृष्ण का चित्र लगाना बहुत शुभ माना गया है। वासुदेव द्वारा कान्हा को टोकरी में लेकर नदी पार करने वाला चित्र घर में लगाने से कई तरह की समस्याएं दूर हो जाती हैं। कान्हा का माखन खाते हुए चित्र रसोई घर में लगाएं।माना जाता है कि ऐसा करने से भंडार भरे रहते हैं।

janmastami प्रतीकात्मक

*शयन कक्ष में किसी भी देवी देवता का चित्र नहीं लगाना चाहिए, लेकिन श्रीराधा-कृष्ण का चित्र शयनकक्ष में लगा सकते हैं। महाभारत युद्ध दर्शाने वाले चित्र घर में नहीं लगाने चाहिए। बांसुरी भगवान श्रीकृष्ण को अतिप्रिय है। बांसुरी को घर में रखने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह रहता है। साथ ही वास्तु दोष भी दूर हो जाते हैं।

*अगर घर की एक सीध में तीन दरवाजे हैं तो इस वास्तु दोष को दूर करने के लिए घर के मुख्य द्वार पर दो बांसुरी लगाएं। घर में अगर कोई सदस्य रोगी है तो उसके तकिए के नीचे बांस की बांसुरी रखना शुभ होता है। भगवान श्रीकृष्ण को अपने शृंगार में मोर पंख सबसे ज्यादा प्रिय हैं।

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*मोर पंख अर्पित करने वाले भक्तों पर भगवान श्रीकृष्ण कृपा बरसाते हैं। जन्माष्टमी की रात्रि तकिए के नीचे सात मोर रखें ऐसा करने से कालसर्प दोष दूर हो जाता है। घर में मोरपंख रखने से सुख शांति आती है। मोरपंख को पर्स में रखने से पर्स कभी खाली नहीं होता है।

*जन्माष्टमी के दिन श्रीकृष्ण जी के मंदिर में जटा वाला नारियल और कम से कम 11 बादाम चढ़ाएं। ऐसी मान्यता है कि जो जातक जन्माष्टमी से शुरूआत करके कृष्ण मंदिर में लगातार सत्ताइस दिन तक जटा वाला नारियल और बादाम चढ़ाता है उसके सभी कार्य सिद्ध होते है, उसको जीवन में किसी भी चीज़ का आभाव नहीं रहता है। जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण को पान का पत्ता अर्पित करें फिर उसके बाद उस पत्ते पर रोली से श्री मंत्र लिखकर उसे अपनी तिजोरी में रख लें। इस उपाय से लगातार धन का आगमन होता रहता है।

* जन्माष्टमी के दिन कृष्ण मंदिर जाकर तुलसी की माला से नीचे लिखे मन्त्र की 11 माला जाप करें। इस उपाय से आपकी हर समस्या का समाधान हो सकता है। "मंत्र- क्लीं कृष्णाय वासुदेवाय हरी: परमात्मने प्रणत: क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नमः"।

*अपने जीवन में सभी तरह की सुख समृद्धि प्राप्त करने के लिए जन्माष्टमी के दिन पीले चंदन, केसर, गुलाबजल मिलाकर माथे पर टीका-बिंदी लगाएं। यह काम हर गुरुवार को करें।जन्माष्टमी के दिन प्रात: दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक करें । इसके बाद यह उपाय हर शुक्रवार को करें । इस उपाय को करने वाले जातक से मां लक्ष्मी शीघ्र प्रसन्न होती हैं। इस उपाय को करने से समस्त मनोकामनाएँ पूर्ण होती है।

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*भगवान श्रीकृष्ण को पीतांबर धारी भी कहलाते हैं, पीतांबर धारी का अर्थ है जो पीले रंग के वस्त्र पहनने धारण करता हो। इसलिए श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन किसी मंदिर में भगवान के पीले रंग के कपड़े, पीले फल, पीला अनाज व पीली मिठाई दान करने से भगवान श्रीकृष्ण व माता लक्ष्मी दोनों प्रसन्न रहते हैं, उस जातक को जीवन में धन और यश की कोई भी कमी नहीं रहती है।



Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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