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तेजस्वी व तेजप्रताप के खिलाफ चुनाव आयोग पहुंचा जदयू, लगाया ये बड़ा आरोप
जदयू की ओर से आरोप लगाया गया है कि तेजस्वी यादव व तेज प्रताप दोनों ने इस बार के विधानसभा चुनाव में दिए गए हलफनामे में अपनी संपत्ति को छिपाया है। जदयू की ओर से तेजस्वी और तेजप्रताप के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई है।
अंशुमान तिवारी
पटना: महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किए गए तेजस्वी यादव और उनके बड़े भाई व पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव के खिलाफ शिकायत लेकर जनता दल (यू) चुनाव आयोग के पास पहुंच गया है। जदयू के प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को सूचना जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार की अगुवाई में मुख्य निर्वाचन आयुक्त से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा।
जदयू की ओर से आरोप लगाया गया है कि तेजस्वी यादव व तेज प्रताप दोनों ने इस बार के विधानसभा चुनाव में दिए गए हलफनामे में अपनी संपत्ति को छिपाया है। जदयू की ओर से तेजस्वी और तेजप्रताप के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई है।
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हलफनामे में संपत्ति छिपाने का आरोप
चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंपने के बाद मीडिया से बातचीत में नीरज कुमार ने कहा कि तेजस्वी और तेजप्रताप दोनों की ओर से दाखिल किए गए हलफनामे की जांच की जानी चाहिए क्योंकि दोनों उम्मीदवारों ने अपने हलफनामे में अपनी संपत्ति को छिपाया है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव राघोपुर और तेजप्रताप हसनपुर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरे हैं और दोनों के गलत हलफनामे की जांच की जानी चाहिए।
दोनों उम्मीदवारों पर कार्रवाई की मांग
जदयू नेता ने मांग की कि दोनों उम्मीदवारों के खिलाफ लोक प्रतिनिधित्व कानून की धारा 123 (2) के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए। नीतीश सरकार के मंत्री ने कहा कि विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव का यह आचरण राजनीतिक फ्रॉड से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि जो नेता अपनी संपत्ति छिपाने में जुटा हुआ है, राजनीति में उससे बड़ा ढकोसलेबाज कौन होगा।
बिहार के युवाओं को भी समझना होगा कि ऐसे नेताओं से क्या उम्मीद की जा सकती है। उन्होंने कहा कि मुख्य चुनाव आयुक्त ने इस ज्ञापन को देश के मुख्य चुनाव आयुक्त को कार्रवाई के लिए भेजने का आश्वासन दिया है।
नौकरी दिलाने के नाम पर जमीन हड़पी
जदयू नेता ने कहा कि तेजस्वी के नाम उनके ननिहाल फुलवरिया और सरायकेला में कई कट्ठा जमीन है। गरीबों को नौकरी दिलाने के नाम पर यह जमीन हथियाई की है मगर चुनाव आयोग के हलफनामे में इस जमीन का कोई जिक्र तक नहीं किया गया है।
नीरज कुमार ने कहा कि लालू-राबड़ी के राज में नौकरी दिलाने के नाम पर जमीन लिखवाने का खेल खूब किया गया। अल्पसंख्यकों तक की जमीन लालू परिवार ने हथिया ली थी।
फिर लालू परिवार की ओर से ही यह बात कही गई कि तेजस्वी ही तरुण है तो फिर इस जमीन की जानकारी हलफनामे में क्यों नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि जब तरुण यादव और तेजस्वी एक ही हैं तो फिर चुनावी हलफनामे में इस बात का जिक्र किया जाना चाहिए था।
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लालू परिवार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप
जदयू की ओर से सोमवार को लांच की गई वेबसाइट में भी लालू परिवार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इस वेबसाइट में भी लालू राज के कई घोटालों को उजागर किया गया है।
जदयू की ओर से लगातार लोगों से अपील की जा रही है कि वह इस साइट को जरूर देखें ताकि उन्हें लालू परिवार की ओर से किए गए भ्रष्टाचार की पूरी जानकारी मिल सके।
बिहार में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने से पहले से ही भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जदयू लगातार हमलावर है। जदयू का कहना है कि भ्रष्टाचार में लिप्त लालू परिवार कभी बिहार का विकास नहीं कर सकता।
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