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CBI की ताबड़तोड़ कार्रवाई: जीवीके ग्रुप के चेयरमैन पर एक्शन, बेटे पर भी गिरी गाज

जीवीके ग्रुप ऑफ कंपनीज के चेयरमैन जी वेंकट कृष्णा (जीवीके) रेड्डी और उनके बेटे जीवी संजय रेड्डी के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने एफआईआर दर्ज की है।

Shreya
Published on: 2 July 2020 12:31 PM IST
CBI की ताबड़तोड़ कार्रवाई: जीवीके ग्रुप के चेयरमैन पर एक्शन, बेटे पर भी गिरी गाज
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मुंबई: जीवीके ग्रुप ऑफ कंपनीज के चेयरमैन जी वेंकट कृष्णा (जीवीके) रेड्डी और उनके बेटे जीवी संजय रेड्डी के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने एफआईआर दर्ज की है। सीबीआई ने यह मुकदमा मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के डेवलपमेंट में 705 करोड़ रुपए की अनियमितता के मामले में दर्ज किया है।

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FIR में इन कंपनियों के नाम भी शामिल

सीबीआई की ओर दर्ज की गई FIR में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के कुछ अधिकारियों, जीवीके एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड के साथ-साथ अन्य कंपनियों के कई अधिकारियों के नाम भी शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से लिखा गया है कि इस मामले में सीबीआई ने कल यानी बुधवार को मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट और जीवीके रेड्डी के मुंबई और हैदराबाद स्थित ठिकानों समेत छह जगहों पर तलाशी भी की।

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CBI ने लगाया ये आरोप

FIR में इन सभी लोगों पर साल 2012 से लेकर 2018 के बीच सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाने और 705 करोड़ रुपये की हेरा फेरा करने का आरोप लगा है। जीवीके ग्रुप, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) और कुछ विदेशी कंपनियों ने साथ मिलकर मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड यानी एमआईएएल नाम से कंपनी बनाई थी। इसमें जीवीके के 50 फीसदी से अधिक के शेयर हैं और 26% एएआई के पास हैं। बता दें कि जीवीके रेड्डी जॉइंट वेंचर के चेयरमैन और जीवी संजय रेड्डी एमडी हैं।

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मुंबई में होने के बाद भी कंपनी के फंड हैदराबाद के बैंकों में

आरोप है कि जीवीके ग्रुप ने मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड यानी MIAL के सरप्लस फंड के पैसे (करीब 395 करोड़ रुपये) अपनी दूसरी कंपनियों में लगाए थे। जीवीके ने MIAL के मुंबई में होने के बाद भी कंपनी के सरप्लस फंड के पैसों को हैदराबाद के बैंकों में रखा। इस अनियमितता के लिए फर्जी कॉन्ट्रैक्ट तैयार किया गया और फर्जी प्रस्ताव के माध्यम से 310 करोड़ की हेरा-फेरी की गई। अब CBI इन हेर फेर की जांच कर रही है।

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