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सावधान! बैंकों में है एक से अधिक एकाउंट, जानिए कैसे भुगतना पड़ता है खामियाजा

आज  के समय में हर किसी का बैंकों में अपना एकाउंट होता है। कुछ लोगों के पास तो एक से ज्यादा एकाउंट होते है। उसमे कुछ का यूज होता है तो कुछ बंद रहता है। अगर ऐसे खाताधारकों में आप भी शुमार तो इस बात पर जरुर ध्यान दें कि बैंक में खाता खुलवाया हो जिसका इस्तेमाल नहीं करते है

suman
Published on: 7 Nov 2019 11:05 AM IST
सावधान! बैंकों में  है एक से अधिक एकाउंट, जानिए कैसे भुगतना पड़ता है खामियाजा
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जयपुर: आज के समय में हर किसी का बैंकों में अपना एकाउंट होता है। कुछ लोगों के पास तो एक से ज्यादा एकाउंट होते है। उसमे कुछ का यूज होता है तो कुछ बंद रहता है। अगर ऐसे खाताधारकों में आप भी शुमार तो इस बात पर जरुर ध्यान दें कि बैंक में खाता खुलवाया हो जिसका इस्तेमाल नहीं करते है तो उस खाते को बंद करवा दें। क्योंकि किसी भी बैंक में एकाउंट ओपन रखने के लिए मिनिमम बैलेंस मेनटेन होना जरूरी होता है। नहीं तो बैंक भारी चार्ज भी लेता है।

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इन चीजों की जरूरत

अगर कोई बैंक खाता बंद करते हैं तो उससे जुड़े सभी जरूरी डाक्यूमेंट्स को डी-लिंक करना पड़ता है। जानते हैं कैसे कराएं बैंकों में चालू खाते को बंद...

पहले लोग एक नौकरी पर उम्र गुजार देते थे। लेकिन अब तो लोगों को जल्दी जल्दी नौकरी बदलने की आदत हैं और हर नई कपंनी अपना सैलरी खाता खुलवाता है। इससे पुरानी कंपनी एकाउंट बद हो जाता है। किसी भी सैलरी एकाउंट में तीन महीने तक सैलरी नहीं आने पर वह अपने आप सेविंग एकाउंट में बदल जाता है।

एकाउंट पर पेनल्टी

सेविंग एकाउंट में बदलते ही उस खाते के लिए बैंक के नियम भी बदल जाते हैं।इन्हीं नियमों के अनुसार अगर बैंक में मिनीमम रकम नहीं हैं तो बैंक उस पेनल्टी भी लेते हैं ।

टैक्स में परेशानी

कई बैंकों में खाता होने से टैक्स भरते समय कई परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है।अपने हर बैंक एकाउंट से जुड़ी जानकारी उसमें देनी पड़ती है। साथ ही सभी एकाउंट के स्टेटमेंट लगाना भी परेशानी वाला काम है।

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एकाउंट बंद व पैसा ट्रॉन्सफर रुल

एकाउंट बंद करने के लिए डी-लिंकिंग एकाउंट फॉर्म भरना पड़ता है। बैंक की शाखा में अकाउंट क्लोजर फॉर्म होता है। इस फॉर्म में खाता बंद करने की वजह बताना होगा। खाता ज्वाइंट अकाउंट है तो फॉर्म पर सभी खाताधारकों का हस्ताक्षर जरूरी है। एक दूसरा फॉर्म भी भरना होता है जिसमें खाते की जानकारी देनी होती है जिसमें बंद होने वाले अकाउंट में बचा पैसा ट्रांसफर कराना हैं।

एकाउंट पर बैंक चार्ज भी लगता है

एकाउंट खोलने के 14 दिन के अंदर उसे बंद कराने पर बैंक चार्ज नहीं लेते हैं। एकाउंट खोलने के 14 दिन बाद से लेकर एक साल पूरा होने से पहले उसे बंद कराते हैं तो एकाउंट क्लोजर चार्ज देना पड़ता है।

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क्लोजर फॉर्म के साथ ये सब जमा करें

जब एकाउंट बंद होता है तो बैंक इस्तेमाल नहीं की गई चेकबुक और डेबिट कार्ड बैंक क्लोजर फॉर्म के साथ जमा करने के लिए कहता है। जो जरूरी भी है। एकाउंट में ज्यादा पैसा है तो क्लोजर प्रोसेस शुरू करने से पहले उसे दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर कर दें। अकाउंट का अंतिम स्टेटमेंट अपने पास रखे, जिसमें खाता क्लोजर का जिक्र हो।

सुरक्षा के लिए सही नहीं

कई बैंकों में अकाउंट होना सुरक्षा के लिए सही नहीं है। हर कोई अकाउंट का संचालन नेट बैंकिंग के जरिए करता है। ऐसे में सभी का पासवर्ड याद रखना बहुत ही मुश्किल काम होता है। और आप लंबे समय तक पासवर्ड नहीं बदलते हैं। इससे बचने के लिए अकांउट को बंद कराएं और उसके नेट बैंकिंग को डिलीट जरूर कर दें।



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