Heart Disease Record: दिल पर आफत, सारे रिकार्ड टूटे, 12 साल में इतने गुना बढ़ी बीमारी

Heart Disease Record:युवाओं का दिल भी तेजी से बीमार होने लगा है। यह अब 22 फीसद पार कर गया है। कोरोना काल से पहले यह पन्द्रह फीसद रहा।

Snigdha Singh
Published on: 9 May 2023 12:11 AM GMT
Heart Disease Record: दिल पर आफत, सारे रिकार्ड टूटे, 12 साल में इतने गुना बढ़ी बीमारी
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Heart Disease Record

Heart Disease Record: भारतीयों के दिल पर अब आफत आ गई है। एक साल में दिल की बीमारी के सारे रिकार्ड टूट गए हैं। बीती सर्दी भी कहर बरपा कर गई है। पहली बार हृदय रोगियों का ग्राफ तीन लाख पार कर गया है और इस बढ़ते ग्राफ ने डॉक्टरों तक को डरा दिया है। साथ ही दिल के रोग ने उम्र का मिथक भी तोड़ दिया है। अब यह बीमारी सिर्फ बुजुर्गों की ही नहीं रह गयी है। युवाओं का दिल भी तेजी से बीमार होने लगा है। यह अब 22 फीसद पार कर गया है। कोरोना काल से पहले यह पन्द्रह फीसद रहा।

एलपीएस कार्डियोलाजी इंस्टीट्यूट की बीते साल की रिपोर्ट ने हर किसी को डरा दिया है। पहली बार कार्डियोलाजी में दिल के रोगियों के पहुंचने की संख्या तीन लाख पार कर गई है। अप्रैल 2022 से मार्च 2023 में कार्डियोलाजी में तीन लाख पार दिल के रोगियों ने इलाज कराया, इससे पहले कभी भी इतने हृदय रोगी नहीं आए। हालात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बीते साल 19 हजार मरीजों की जान बचाने के लिए उन्हें भर्ती कर इलाज किया गया है। रूक रही दिल की धड़कन और धमनियों में ब्लाकेज ने तो रिकार्ड ही बना दिया है। और तो और दिल की बीमारी ने शहरियों के साथ ग्रामीण परिवेश में जी रहे लोगों के लिए भी आफत पैदा की है। उन्हें भी दिल की बीमारी तेजी से घेरने लगी है। अब दिल की बीमारी 12 सालों में ढाई गुना तक बढ़ गई है।

दिल के रोगियों के 12 साल के आंकडे़

-2011-12 में 1.22634 , 2012-13 में 1.32891, 2013-14 में 137543, 2014-15 में 155318, 2015-16 में 162482, 2016-17 में 201320, 2017-18 में 222680, 2018-19 में 239100, 2019-20 में 280754, 2020-21 में 142860, 2022-23 में 3087722।

दिल के रोगी भर्ती के भर्ती के आंकड़े

2011-12 में 6954, 2012-13 में 6839, 2013-14 में 7446, 2014-15 में 9191, 2015-16 में 10333, 2016-17 में 11443, 2017-18 में 13673, 2018-19 में 16784, 2019-20 में 18680, 2020-21 में 9734, 2021-22 में 16332, 2022-23 में 18815 ।

बीते साल इन सर्जरी का भी रिकार्ड टूटा

कार्डियक वैस्कुलर -थोरेसिक आपरेशन -2689 (यह तब किया जाता जब दिल का दौरा, स्ट्रोक या रक्त का थक्का )

पेसमेकर -1130 (यह हार्ट गति को कंट्रोल के लिए लगता)

एंजियोप्लास्टी-बैलून माइट्रल -5315 (धमनियों में ब्लाकेज में)

डिवाइस क्लोजर आफ एएसडी-पीडीए-94 (बच्चों के छेद को बंद करने के लिए)

ऐसे पहचानें दिल को है खतरा

-अगर आपको छाती के बीच में या आपकी बाहों, कमर के ऊपरी हिस्से में, जबड़े, गर्दन या पेट के ऊपरी हिस्से में नये तरह का दर्द हो जो 5 मिनट से भी ज्यादा हो, साथ ही सांस लेने में तकलीफ, ठंडा पसीना, जी घबराना, थकान या चक्कर आना जैसे लक्षण हो तो यह लक्षण हार्ट अटैक के सूचक हो सकते है।

-अधिकांश दिल के दौरे में छाती के मध्य या बाईं ओर असुविधा होती है जो कुछ मिनटों से अधिक समय तक रहती है या जो चली जाती है और वापस आ जाती है। बेचैनी असहज दबाव, निचोड़ने, परिपूर्णता या दर्द की तरह महसूस कर सकती है।

दिल की सेहत के लिए यह करें यह न करें

-धूम्रपान न करें, सक्रिय रहें, रोज दो किमी जरूर चलें, वजन को कंट्रोल करें

-अधिक फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ लें

-सेचुरेटेड वसा में कटौती करें

-नमक 24 घंटे में सिर्फ 6 ग्राम ही लें

-शराब कतई न लें,

-जामुन, सेब, संतरा, अंगूर,केला, पपीता को लेते रहें

-कम से कम सात घंटे की नींद जरूरी

Snigdha Singh

Snigdha Singh

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