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Doodh Peene Ke Nuksan: ये दूध बहुत खतरनाक, इसमें न मिलाएं ये चीजें, फायदे के बजाय होगा बड़ा नुकसान
Doodh Peene Ke Nuksan: कहते हैं दूध बेहद पौष्टिक आहार है जो सच भी है लेकिन क्या हो अगर ये मिलावटी हो? आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि दूध में मिलावट की परख कैसे करें साथ ही कुछ ऐसे फ़ूड आइटम्स हैं जिन्हे आपको दूध के साथ लेने से बचना चाहिए।
Doodh Peene Ke Nuksan: दूध हमारे दैनिक आहार का एक आम पेय हो सकता है। लेकिन क्या आप जो दूध पी रहे हैं वो वाकई शुद्ध है या नहीं ? क्या आपको पता है कि इसमें अशुद्धता के रूप में यूरिया, फॉर्मेलिन, स्टार्च और पानी भी हो सकता है। प्रतिष्ठित ब्रांडों के पैक दूध के साथ-साथ दूध-विक्रेताओं से खरीदा गया दूध भी मिलावटी हो सकता है, इसलिए उपभोग करने से पहले दूध की जांच करना बेहद ज़रूरी होता है। कई राज्यों में हमें आए दिन मिलावट की खबरें मिलती रहती हैं,जिसके लिए ज़रूरी है कि आप एक टेस्ट करके ये जाँच लें कि आप जो दूध बाजार से ला रहे हैं उसमें मिलावट तो नहीं है।
इस तरह का दूध हो सकता है बेहद खतरनाक, ऐसे करें इसकी जाँच
शुद्धता परीक्षण: दूध को धीमी आंच पर 2-3 घंटे तक उबालें जब तक कि ये जम न जाए और गाढ़ा (खोया) न बन जाए। ठोस, खुरदरे अवशेष का मतलब है कि दूध मिलावटी है जबकि तैलीय अवशेष का मतलब है कि ये अच्छी गुणवत्ता का है।
सिंथेटिक दूध की जाँच: सिंथेटिक दूध प्राकृतिक दूध में रसायनों और साबुन जैसी चीजों को मिलाकर बनाया जाता है। सिंथेटिक दूध के खराब स्वाद से ही पता चल जाता है। रगड़ने पर ये साबुन जैसा लगता है और गर्म करने पर पीला हो जाता है।
दूध में पानी: दूध में पानी भले ही आपकी सेहत के लिए उतना खतरनाक न हो जितना आपकी जेब के लिए महंगा हो। जांचने के लिए अपने पंजे या किसी तिरछी सतह पर दूध की एक बूंद डालें और उसे नीचे की ओर बहने दें। अगर दूध पीछे कोई रास्ता छोड़ देता है तो वो भले ही शुद्ध न हो लेकिन सही है।
दूध में स्टार्च: अगर आपके विक्रेता ने दूध में स्टार्च मिलाया है, तो आप 5 मिलीलीटर दूध में दो बड़े चम्मच नमक (आयोडीन) मिलाकर इसे जाँच सकते हैं। अगर दूध अशुद्ध है तो मिश्रण नीला हो जाएगा अन्यथा वो सफ़ेद ही बना रहेगा।
दूध में फॉर्मेलिन: फॉर्मेलिन का उपयोग संरक्षण उद्देश्यों के लिए किया जाता है। चूंकि इसका रंग पारदर्शी होता है और ये दूध को लंबे समय तक सुरक्षित रख सकता है, इसलिए पैकेज्ड निर्माता इसका उपयोग मिलावट के लिए करते हैं। दूध में फॉर्मेलिन की उपस्थिति का परीक्षण करने के लिए, टेस्ट ट्यूब में 10 मिलीलीटर दूध लें और इसमें सल्फ्यूरिक एसिड की 2-3 बूंदें डालें। अगर सबसे ऊपर नीला छल्ला दिखाई दे तो दूध मिलावटी है अन्यथा नहीं।
दूध में यूरिया: दूध में सबसे आम प्रकार की मिलावट में से एक है यूरिया की मिलावट, क्योंकि इससे स्वाद नहीं बदलता है और इसका पता लगाना थोड़ा मुश्किल होता है। दूध में यूरिया की जांच करने के लिए आधा चम्मच दूध और सोयाबीन (या अरहर) पाउडर को एक साथ मिलाएं और अच्छी तरह हिलाएं। पांच मिनट के बाद, लिटमस पेपर को तीस सेकंड के लिए डुबोएं और अगर इसका रंग लाल से नीला हो जाए तो इसका मतलब है कि दूध में यूरिया है।
इन मिलावटों का स्वास्थ्य पर खतरनाक प्रभाव पड़ता है इसलिए कृपया आप जिस दूध का सेवन कर रहे हैं उसके बारे में सचेत रहें क्योंकि ये हमारे आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
दूध के साथ क्या न खाएं
इसके अलावा कुछ चीज़ें ऐसी भी होतीं हैं जिन्हे आपको दूध के साथ लेने से बचना चाहिए नहीं तो दूध फायदे के बजाये काफी खतरनाक हो सकता है।
दूध के साथ के साथ फल
यूँ तो हम आमतौर पर कोई भी फ्रूट शेक बनाने में दूध का भरपूर इस्तेमाल करते हैं लेकिन अगर आप इन्हे अलग अलग खा रहे हैं तो ये आपके शरीर में बिलकुल ही अलग तरह से रियेक्ट करते हैं। कुछ फल जैसे केला, स्ट्रॉबेरी, पाइनएप्पल, संतरे जैसे सभी फलों की तासीर गर्म होती है वहीँ दूध ठंडा होता है।
दूध के साथ मछली
हममे से ज़्यादातर लोग इस बात को जानते होंगे कि दूध के साथ मछली का सेवन कई सारी बिमारियों को आमंत्रित कर सकती है। साथ ही मछली ही नहीं किसी भी तरह के मांस के साथ दूध लेना सही नहीं है दरअसल किसी भी अन्य तरह के प्रोटीन जैसे कि मीट आदि के साथ मिक्स करने पर पाचन-तंत्र पर काफी दबाव पड़ता है।