Yoga Mudra For Digestion: पाचन समस्या को कोसों दूर भगाते हैं ये योग मुद्राएं, रोज़ाना जरूर करें अभ्यास

Yoga Mudra For Digestion : ऐसी कई योग मुद्राएं (हाथ के इशारे) हैं जिनके बारे में माना जाता है कि वे पाचन में सुधार और स्वस्थ पाचन तंत्र को बढ़ावा देने में मदद करती हैं। ऐसा माना जाता है कि यह मुद्रा शरीर के नीचे की ओर गति से जुड़ी ऊर्जा के प्रवाह को उत्तेजित करती है, जिसे अपान कहा जाता है, जो शरीर से अपशिष्ट और विषाक्त पदार्थों को खत्म करने में मदद करती है।

Preeti Mishra
Published on: 31 May 2023 8:39 AM GMT
Yoga Mudra For Digestion: पाचन समस्या को कोसों दूर भगाते हैं ये योग मुद्राएं, रोज़ाना जरूर करें अभ्यास
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Yoga Mudra For Digestion (Image credit: Social media)

Yoga Mudra For Digestion : योग मुद्राएं हाथ के इशारे या मुद्राएं हैं जिनका उपयोग शरीर में ऊर्जा के प्रवाह को निर्देशित करने और विशिष्ट क्षेत्रों या गुणों को उत्तेजित करने के लिए योग और ध्यान प्रथाओं में किया जाता है। कई योग मुद्राएं हैं, जिनमें से प्रत्येक के अपने अद्वितीय लाभ और प्रभाव हैं।

ऐसी कई योग मुद्राएं (हाथ के इशारे) हैं जिनके बारे में माना जाता है कि वे पाचन में सुधार और स्वस्थ पाचन तंत्र को बढ़ावा देने में मदद करती हैं। यहाँ तीन मुद्राएँ विशेष रूप से पाचन में सहायता के लिए उनके संभावित लाभों के लिए जानी जाती हैं:

अपान मुद्रा (Apana Mudra) :

मध्यमा, अनामिका और अंगूठे के सिरों को आपस में मिला लें और अन्य अंगुलियों को फैलाकर रखें।
ऐसा माना जाता है कि यह मुद्रा शरीर के नीचे की ओर गति से जुड़ी ऊर्जा के प्रवाह को उत्तेजित करती है, जिसे अपान कहा जाता है, जो शरीर से अपशिष्ट और विषाक्त पदार्थों को खत्म करने में मदद करती है।
अपान मुद्रा को पाचन में मदद करने, कब्ज से राहत देने और मल त्याग को नियंत्रित करने के लिए कहा जाता है।

अग्नि मुद्रा(Agni Mudra):

अनामिका को हथेली की ओर मोड़ें और उसकी नोक को अंगूठे के आधार पर रखें। अंगूठे को अनामिका पर धीरे से दबाएं।
यह मुद्रा अग्नि तत्व से जुड़ी है और माना जाता है कि यह शरीर में पाचन अग्नि (अग्नि) को उत्तेजित करती है।
माना जाता है कि अग्नि मुद्रा पाचन में सुधार करती है, चयापचय में वृद्धि करती है, और पोषक तत्वों को तोड़ने की शरीर की क्षमता को बढ़ाती है।

पवनमुक्तासन मुद्रा (Pawanmuktasana Mudra):

अपनी पीठ के बल लेट जाएं और अपने घुटनों को अपनी छाती की ओर लाएं।
अपने हाथों को अपने घुटनों के चारों ओर जकड़ें और धीरे से उन्हें अपनी छाती के करीब खींचें।
यह मुद्रा पाचन अंगों सहित पेट के अंगों की मालिश करने में मदद करती है, और बेहतर पाचन को बढ़ावा दे सकती है और गैस और सूजन से राहत दिला सकती है।
पवनमुक्तासन मुद्रा को "हवा से राहत देने वाली मुद्रा" के रूप में भी जाना जाता है और यह पाचन तंत्र से फंसी गैसों को बाहर निकालने में मदद कर सकती है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि हालांकि ये मुद्राएं आमतौर पर अभ्यास करने के लिए सुरक्षित होती हैं, लेकिन एक योग्य योग प्रशिक्षक के मार्गदर्शन में इन्हें सीखने और अभ्यास करने की सलाह दी जाती है। अलग-अलग परिणाम अलग-अलग हो सकते हैं, और यदि आपको कोई विशिष्ट पाचन संबंधी चिंता या चिकित्सीय स्थिति है, तो हमेशा डॉ से परामर्श करने की सलाह दी जाती है।

Preeti Mishra

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