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First Period of Girls: किशोर लड़कियों में पहली बार पीरियड्स आने पर क्या होता है, शरीर में ऐसे बदलाव होते हैं
First Period of Girls: पीरियड्स (Periods) हर महिला की ज़िन्दगी में एक महत्वपूर्ण पड़ाव होता है साथ ही ये तब और भी ख़ास होता है जब ये पहली बार आता है। भले ही पीरियड्स आना काफी आम बात होती है।
First Period of Girls: पीरियड्स (Periods) हर महिला की ज़िन्दगी में एक महत्वपूर्ण पड़ाव होता है साथ ही ये तब और भी ख़ास होता है जब ये पहली बार आता है। भले ही पीरियड्स आना काफी आम बात होती है। वहीँ पहली बार जो लड़कियां इसे फेस करतीं हैं वो इसे लेकर थोड़ा परेशान हो सकती है। वहीँ एक माँ अपनी बेटी को इस चीज़ के लिए तैयार करती है। इस समय एक माँ की ज़िम्मेदारी काफी बढ़ जाती है कि वो अपनी बेटी को इसके बारे में ऐसे बताये कि वो डरे नहीं और इसे एक नेचुरल प्रोसेस समझें। उन्हें मानसिक और शरारिक रूप से इसके लिए तैयार करे।
जानिए किशोर लड़कियों में पहली बार पीरियड्स आने पर क्या संकेत देती है उनकी बॉडी
जब कोई लड़की एक उम्र के पड़ाव को पार कर लेती है तब उसकी बॉडी कुछ संकेत देती है। ये कुछ ख़ास शरीरिक बदलाव होते हैं जिनपर गौर करके आप इस बात का अंदाज़ा लगा सकतीं हैं कि आपकी बेटी के पीरियड्स की शुरुआत कबसे हो सकती है। या ये जल्द आने वाले हैं या नहीं। वहीँ आपको बता दें कि पीरियड्स जल्दी या देर से कब आएंगे ये काफी हद तक आपकी लाइफस्टाइल पर भी निर्भर करता है। वहीँ इसी वजह से आपके शरीर में कुछ बदलाव भी होने शुरू हो जाते हैं। जिनपर आपको ध्यान देने की ज़रूरत है आइये जानते हैं क्या हैं ये संकेत।
ब्रेस्ट साइज में बदलाव
किसी लड़की के ब्रेस्ट के साइज़ में अगर अचानक से बदलाव आना शुरू हो जाये और ये बढ़ने लगे तो समझ जाइये कि एक से दो सालों में उसका पीरियड्स स्टार्ट हो सकता है। वहीँ डॉक्टर्स की माने तो लड़कियों के ब्रेस्ट को पूरा आकर लेने में कम से कम पांच साल का वक़्त लगता है। वहीँ अगर आपकी बेटी में भी इस तरह का कोई बदलाव आये तो आप उन्हें अभी से ही पीरियड्स के बारे में थोड़ी थोड़ी जानकारी देनी शुरू कर दें।
बालों की ग्रोथ में इज़ाफ़ा
लड़कियां जब 10 साल की हो जातीं हैं तो उनके अंडर आर्म्स और वैजाइना में बाल उगने लगते हैं। इससे भी संकेत मिलता है कि आने वाले दो सालों में लड़की के पीरियड्स आ सकते हैं। तो ऐसे में एक माँ को चाहिए कि वो अपनी बेटी के साथ सैनिटरी पैड्स और पीरियड्स से सम्बंधित बातें करें और उन्हें इसके बारे में शांति से समझाएं। ऐसा होने पर एक लड़की को अपनी बॉडी में आये बदलावों से घबराएंगी नहीं।
व्हाइट डिसचार्ज का आना
आपको बता दें कि पीरियड स्टार्ट होने से पहले लड़कियों के वैजाइना से वाइट डिस्चार्ज होना शुरू हो जाता है। साथ ही एक बात और है कि ये डिस्चार्ज सफेद या पीले रंग का भी हो सकता है। इससे आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि आपकी बिटिया को पीरियड्स शुरू होने में अब ज़्यादा समय नहीं है। ऐसे में अपनी बेटी से खुलकर बात करें किसी भी तरह की लापरवाही इसमें न बरतें।
उम्र का रखिये खास ख्याल
यूँ तो लड़कियों को किस उम्र में पीरियड्स आ सकते हैं इसकी कोई निश्चित उम्र नहीं होती। ये हर लड़की के लिए अलग हो सकती है। आमतौर पर जब लड़कियों की उम्र 12 से 13 साल होती है तब पीरियड्स स्टार्ट होने की सबसे ज़्यादा सम्भावना होती है। वहीँ कुछ परिस्थिति में ये जल्दी भी आ सकती है। वहीँ कुछ लड़कियों के लिए ये उम्र 16 साल भी हो सकती है। ये आपकी दिनचर्या पर पूरी तरह से निर्भर करता है।
कुछ बातों का रखें ख़ास ख्याल
जब कोई लड़की 12 से 13 साल की हो जाये तो उसकी माँ को काफी अलर्ट मोड पर रहना चाहिए। क्योकि पहली बार इन सब चीज़ों से रूबरू होने पर कोई भी लड़की काफी घबरा जाती है। वो इस स्थिति को अकेले नहीं संभाल पाएं तो एक माँ को उन्हें समझाना चाहिए कि ये उनके साथ ही नहीं हो रहा बल्कि हर एक लड़की के साथ होता है ये एक नेचुरल प्रोसेस है और इसमें घबराने या डरने जैसा कुछ भी नहीं है। वहीँ अगर आप पहले से अपनी बेटी को सबकुछ बता देतीं हैं तो उन्हें किसी तरह का कोई शॉक नहीं लगेगा।
आप अपनी बेटी से खुलकर पीरियड्स के समय होने वाली परेशानी को बताएं उन्हें सैनिटरी पैड्स क्या होते हैं इसे कैसे पहना जाता है और इतना ही नहीं अपनी बेटी की दिनचर्या को भी सही रखें उन्हें हेल्दी फ़ूड ही दें और उनकी डाइट का भी ख़ास ख्याल रखें।