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Rainy Season Diseases: बारिश में हो सकती हैं ये बिमारियां, जानें इनसे कैसे बचें

Rainy Season Diseases: हम सभी को इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि बारिश के मौसम में हमारा शरीर कमजोर क्यों होता है या हम कैसे सुरक्षित और सुरक्षित रह सकते हैं। बारिश में होने वाली बिमारियां, यानी मानसून से जुड़ी बीमारियां, कुछ आम समस्याएं हैं जो गर्मी और बारिश के मौसम में अधिक प्रभाव होती हैं।

Preeti Mishra
Published on: 28 May 2023 10:10 PM IST
Rainy Season Diseases: बारिश में हो सकती हैं ये बिमारियां, जानें इनसे कैसे बचें
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Rainy Season Diseases (Image credit: Newstrack)

Rainy Season Diseases: एक गर्म और उमस भरे दिन के बाद बारिश से बेहतर कुछ नहीं हो सकता है। लेकिन इस तथ्य से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि बरसात का मौसम अपने साथ कई बीमारियों को भी लाता है।

मानसून के दौरान हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, इससे जल जनित कई बीमारियां पैदा होती हैं। हालाँकि, हम सभी को इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि बारिश के मौसम में हमारा शरीर कमजोर क्यों होता है या हम कैसे सुरक्षित और सुरक्षित रह सकते हैं। बारिश में होने वाली बिमारियां, यानी मानसून से जुड़ी बीमारियां, कुछ आम समस्याएं हैं जो गर्मी और बारिश के मौसम में अधिक प्रभाव होती हैं।

बारिश में होने वाली बिमारियों के नाम (Rainy Season Diseases)

मलेरिया (Malaria): ये एक मच्छर के काटने से होने वाली बीमारी है। बारिश के मौसम में पानी जमा होने की वजह से मचरों का प्रकोप बढ़ता है। मलेरिया के लक्षण में बुखार, थकान, सर्दी और बुखार शामिल हो सकते हैं।

डेंगू (Dengue): ये भी मच्छरों के काटने से होने वाली एक प्रसिद्ध बीमारी है। डेंगू बुखार, सर्दी-जुखम, सर में दर्द और शरीर में बदनहाट के लक्षण दिखता है। बारिश के पानी में स्थिर करने वाले मच्छरों से ये बीमारी फेलती है।

चिकनगुनिया (Chikungunya): ये भी मच्छरों के काटने से होने वाली एक बीमारी है, जिसका प्रकोप बारिश के मौसम में अधिक होता है। चिकनगुनिया के लक्षण में बुखार, जोड़ में दर्द और सुजन, थकान, सर्दी-जुकाम शामिल हो सकते हैं।

टाइफाइड (Typhoid): ये पानी या खाने के थ्रू फेल ह्यू साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया के कारण होती है। टाइफाइड बुखार, पेट दर्द, चक्कर आना, थकान, थकन, पेट में सुजन, और मतली के लक्षण दिखता है।

लेप्टोस्पायरोसिस (Leptospirosis): बारिश के पानी में मोजूड लेप्टोस्पाइरा बैक्टीरिया से होने वाली एक बीमारी है। इसके लक्षण में बुखार, सर्दी-जुकाम, सर दर्द, खांसी, शरीर में दर्द, और जोड़ों में सुजन हो सकती है।

वायरल संक्रमण (Viral infections): बारिश के मौसम में वायरल संक्रमण जैसे कि खसरा, जुकाम, ब्रोंकाइटिस, और निमोनिया अधिक प्रभावी होते हैं। संक्रमण के लक्षण में बुखार, खांसी, गाला खराब, सिरदर्द, ठंडा और शरीर दर्द शामिल हो सकते हैं।

बिमारियों से बचने के लिए कुछ उपाय हैं:

-साफ सफाई का ध्यान रखे, जैसे की घर में और आस पास के जगहों को स्वच्छ रखें।
-स्थिर पानी का संक्रमण रोकने के लिए पानी को जमा होने नहीं दे।
-मच्छरों से बचने के लिए मॉस्किटो रिपेलेंट का इस्तमाल करें, जैसे कॉइल्स, मैट्स, क्रीम्स, और मॉस्किटो नेट।
-सूरज की रोशनी में छाता, टोपी, या छतरी का इस्तमाल करे।
-साफ़ पानी पिए और खाने पर ध्यान राखे। गरम खाना खाए और बेहतर आहार लें।



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Preeti Mishra

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