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15 August 2023: इन देश के सपूतों ने आज़ादी की जंग में न्यौछावर कर दिए अपने प्राण, आज भी देश है इनका ऋणी

Independence Day 15 August 2023: आज की पीढ़ी भले ही इस आज़ादी का महत्त्व उतना न समझती हो जितना हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानी समझते थे लेकिन जिस आज़ादी का आज हम आनंद ले रहे हैं वो आसानी से नहीं मिली।

Shweta Shrivastava
Published on: 15 Aug 2023 1:28 AM GMT
15 August 2023: इन देश के सपूतों ने आज़ादी की जंग में न्यौछावर कर दिए अपने प्राण, आज भी देश है इनका ऋणी
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Independence Day 15 August 2023 (Image Credit-Social Media)

Independence Day 15 August 2023: आज की पीढ़ी भले ही इस आज़ादी का महत्त्व उतना न समझती हो जितना हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानी समझते थे लेकिन जिस आज़ादी का आज हम आनंद ले रहे हैं वो आसानी से नहीं मिली। इसके पीछे भारत के स्वतंत्रता सेनानियों का संघर्ष है। भारत के महान स्वतंत्रता सेनानियों ने अपनी जान की परवाह नहीं की। उन्होंने अपना जीवन भारत की मातृभूमि के लिए समर्पित कर दिया। आज हम आपको भारत के स्वतंत्रता सेनानियों और देश के लिए उनके योगदान के बारे में जानेंगे।

भारत के 10 स्वतंत्रता सेनानी

भारत के कई स्वतंत्रता सेनानी थे, आज हम भारत के 10 स्वतंत्रता सेनानियों की लिस्ट लेकर आये हैं।

●मंगल पांडे (Mangal Pandey)

भारत की स्वतंत्रता की पहली लड़ाई की शुरुआत मंगल पांडेय ने की थी। उन्होंने "मारो फिरंगी को" का नारा देकर अज़ादो की चिंगारी को हवा दी। जिसके बाद विद्रोह की पहली आग भड़क गयी। इसे 1857 का महान विद्रोह या स्वतंत्रता संग्राम की पहली लड़ाई शुरू की। उन्होंने ही स्वतंत्रता संग्राम के लिए वा भारतीय सैनिकों को प्रेरित किया। जिसके लिए अंग्रेज़ों ने उन्हें फांसी की सज़ा भी सुनाई।


● जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru)

पंडित जवाहरलाल नेहरू भारत के पहले प्रधानमंत्री थे। नेहरू, अपने गुरु, गांधी की स्वीकृति के तहत, 1930 के दशक के बाद से भारतीय राजनीति में सबसे प्रभावशाली शख्सियतों में से एक बन गए। जवाहरलाल नेहरू ने काफी सोच विचार करने के बाद 1947 में भारत के विभाजन के प्रस्ताव को स्वीकार किया और स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत के पहले प्रधान मंत्री के रूप में उन्होंने शपथ भी ली। 14 नवंबर को उनका जन्मदिन भारत में बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है।


● महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi)

भारत की आज़ादी में अपनी अहिंसावादी नीतियों के चलते महात्मा गाँधी ने अंग्रेज़ों के राज्य की जड़ें हिला दी थी। उनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था। उनके बलिदानों के चलते उन्हें राष्ट्रपिता के नाम से सम्मान दिया गया। उन्होंने देश की आज़ादी को एक नया रुख दिया जिससे अंग्रेज़ भी थर-थर कांप उठे। उन्होंने कई आंदोलन चलाये और भारत की आज़ादी के मार्ग को साफ़ कर दिया।

●सुभाष चंद्र बोस (Subhash Chandra Bose)

भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों में से एक सुभाष चंद्र बोस का नाम इतिहास के पन्नों में सबसे महान सेनानियों में लिया जाता है। वो देश के हीरो बनकर उभरे और उन्होंने गाँधी जी के अहिंसावादी विचारधारा का समर्थन भी किया। वो फॉरवर्ड ब्लॉक के संस्थापक रहे साथ ही द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान वो अंग्रेज़ों को चकमा देकर जर्मनी पहुंच गए। उनकी मौत को लेकर कई सारे सवाल आज भी अनसुलझी पहली बनकर रह गए। फिलहाल ऐसा माना जाता है कि साल 1945 में एक विमान दुर्घटना में उनकी मृत्यु हुई थी।

● सरदार वल्लभ भाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel)

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता और सबसे प्रभावशाली भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों में से एक सरदार वल्लभ भाई पटेल का योगदान देश के लिए किसी से कम नहीं था। वो भारत के विभाजन की ब्रिटिश योजना को स्वीकार करने वाले पहले कांग्रेस नेताओं में से एक थे। वो स्वतंत्र भारत के पहले गृह मंत्री और उप प्रधान मंत्री भी थे।

इसके अलावा लाल बहादुर शास्त्री, लाला लाजपत राय, भगत सिंह, सुखदेव थापर, वीर सावरकर, दादाभाई नौरोजी, बिपिन चंद्र पाल, बाल गंगाधर तिलक, अशफाक उल्ला खान, नाना साहब, सुखदेव, कुँवर सिंह, राम प्रसाद बिस्मिल, चंद्रशेखर आज़ाद साथ ही महिला स्वतंत्रा सेनानियों ने भी आज़ादी की इस लड़ाई में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया जिसमे लक्ष्मी बाई, बेगम हज़रत महल, सरोजिनी नायडू, एनी बेसेंट और सावित्रीबाई फुले के नाम शामिल थी।

Shweta Shrivastava

Shweta Shrivastava

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