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तीन राज्यों में कांग्रेस के लिए मुसीबत बनेगी आप, बड़ा अभियान छेड़ने की तैयारी, AAP का विपक्ष मीटिंग से पहले अल्टीमेटम
AAP News : विपक्षी दल भाजपा के खिलाफ मजबूत मोर्चा बनाने की कोशिश में तो जरूर जुटे हुए हैं मगर विभिन्न राज्यों में विपक्ष के बीच तालमेल होना कठिन माना जा रहा है।
AAP News : विपक्षी दल भाजपा के खिलाफ मजबूत मोर्चा बनाने की कोशिश में तो जरूर जुटे हुए हैं मगर विभिन्न राज्यों में विपक्ष के बीच तालमेल होना कठिन माना जा रहा है। राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी भी पूरी तैयारी के साथ उतरने की कोशिश में जुटी हुई है। इनमें से दो राज्यों राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकारें हैं जबकि मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने भाजपा को सत्ता से बेदखल करने की मुहिम छेड़ रखी है। ऐसे में माना जा रहा है कि आम आदमी पार्टी गुजरात और गोवा के विधानसभा चुनाव की तरह ही इन तीनों राज्यों में भी कांग्रेस को सियासी नुकसान पहुंचा सकती है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के साथ जल्द ही मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बड़ा चुनावी अभियान शुरू करने वाले हैं। उनका इन राज्यों में चुनावी दौरा पहले से ही तय है और ऐसे में अब यह देखने वाली बात होगी कि पटना में शुक्रवार को होने वाली बैठक के बाद इसमें कोई बदलाव होता है या नहीं।
केजरीवाल का अल्टीमेटम, बिगड़ सकता है विपक्षियों की योजना
विपक्षी एकता पर ग्रहण लगने के संकेत दिख रहे हैं। 23 जून को पटना में लोक सभा चुनाव 2023 को लेकर महासभा का आयोजन किया जाना है। इसी बीच आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नें कांग्रेस को अल्टीमेटम दिया है कि केन्द्र सरकार द्वारा पेश किए गए अध्यादेश पर समर्थन करें नहीं तो महासभा का बायकॉट करेंगे।
कांग्रेस नेता ने बताया नाटकीय बयान
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अरविंद केजरीवाल के बयान के बाद कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने पलटवार करते हुए कहा कि आप प्रमुख ने फिर से एक नाटकीय बयान दिया है। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि केजरीवाल जी आपको कोई मिस नहीं करेगा आप वहां जाएं या न आएं। हम सबको पहले ही पता था कि विपक्ष की बैठक में न शामिल होने का आप को बहाना चाहिए सीर्फ। ये देश की चिंता करने वालों की बैठक है। सौदेबाजों की नहीं।
केजरीवाल जल्द शुरू करेंगे बड़ा अभियान
देश में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को सियासी नजरिए से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। खास तौर पर मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों पर सबकी निगाहें लगी हुई हैं। इन राज्यों में मुख्य रूप से लड़ाई भाजपा और कांग्रेस के बीच मानी जा रही है मगर आम आदमी पार्टी भी ताल ठोकने को तैयार है। आम आदमी पार्टी की ओर से जुलाई में इन तीनों राज्यों में बड़ा चुनाव अभियान छेड़ने की तैयारी है।
इस चुनाव अभियान की शुरुआत दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल करेंगे। केजरीवाल 1 जुलाई को मध्यप्रदेश के ग्वालियर में बड़ी रैली करने वाले हैं। इसके बाद उनका 2 जुलाई को छत्तीसगढ़ पहुंचना का कार्यक्रम है जहां वे बिलासपुर की रैली में भाजपा और कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे। इन रैलियों के अलावा आप की ओर से बैठकों का आयोजन करने की भी तैयारी है। इस दौरे के समय केजरीवाल के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी होंगे। आप नेताओं की ओर से मतदाताओं से बड़े चुनावी वादे करने की तैयारी है।
केजरीवाल का कांग्रेस पर हमलावर तेवर
केजरीवाल ने हाल में राजस्थान का भी दौरा किया था और इस दौरान उन्होंने भाजपा के साथ ही कांग्रेस पर भी तीखा हमला बोला था। उनके निशाने पर मुख्य रूप से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत थे। केजरीवाल का कहना था कि सचिन पायलट का रो-रो कर बुरा हाल हो गया मगर गहलोत ने भाजपा की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ जांच नहीं कराई। उन्होंने गहलोत पर वसुंधरा को अपनी बहन बना लेने का आरोप भी लगाया था।
केजरीवाल के तेवर से साफ है कि वे भाजपा के साथ ही कांग्रेस पर भी हमलावर हैं। ऐसे में विपक्षी एकजुटता को लेकर सवाल भी खड़े किए जा रहे हैं। अब सबकी निगाहें पटना में शुक्रवार को होने वाली विपक्ष की बैठक पर टिकी हैं। यह देखने वाली बात होगी कि इस बैठक के बाद विपक्ष के नेताओं का एक-दूसरे के प्रति क्या रुख होता है।
गुजरात की तरह हो सकता है नुकसान
गुजरात, हिमाचल प्रदेश और गोवा के विधानसभा चुनाव में भी आम आदमी पार्टी ने भाजपा और कांग्रेस पर तीखे हमले किए थे। गुजरात में कांग्रेस की बड़ी हार के पीछे आम आदमी पार्टी की भूमिका को भी जिम्मेदार ठहराया गया था। हालांकि गुजरात में आप सिर्फ पांच सीटों पर ही जीत हासिल करने में कामयाब रही मगर पार्टी ने 13 फ़ीसदी वोट हासिल करके कांग्रेस को बड़ा सियासी नुकसान पहुंचाया था।
आम आदमी से जुड़े मुद्दे उठाने की तैयारी
राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में इस बार भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला माना जा रहा है और ऐसे में आप कुछ फ़ीसदी वोट काट कर कांग्रेस को बड़ा नुकसान पहुंचा सकती है। सियासी जानकारों का मानना है कि अन्य राज्यों की तरह आप राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ आम आदमी से जुड़े अन्य मुद्दों पर को उठाने की कोशिश करेगी।
पार्टी की ओर से इन तीनों राज्यों में कई सर्वे भी कराए गए हैं और इस सर्वे के नतीजों के मुताबिक मुद्दों की पहचान करने की कोशिश की गई है। सियासी जानकारों का मानना है कि आप की यह मुहिम कांग्रेश का टेंशन बढ़ाने वाली साबित होगी। आप की ओर से तीनों राज्यों में सीएम चेहरा भी घोषित करने की तैयारी है। यह सियासी दांव भी कांग्रेस और भाजपा के लिए भारी पड़ेगा क्योंकि तीनों राज्यों में इन दोनों प्रमुख दलों में जबर्दस्त गुटबाजी दिख रही है।