TRENDING TAGS :
अजहर महमूद के बाद अब जाकिर नाईक की बारी, ED ने की ये बड़ी कार्यवाही
अजहर महमूद के मामले में भारत को मिली बड़ी कूटनीतिक सफलता के बाद अब देश के विवादित इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाईक की बारी आ गयी है नाईक को एक बड़ा झटका लगा है।
नई दिल्ली: अजहर महमूद के मामले में भारत को मिली बड़ी कूटनीतिक सफलता के बाद अब देश के विवादित इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाईक कि बारी आ गयी है नाईक को एक बड़ा झटका लगा है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने धन शोधन निरोधक अधिनियम के तहत जाकिर नाईक की 50.46 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है। ईडी ने जाकिर नाईक के अलावा अन्य लोगों के खिलाफ भी चार्जशीट दायर की है।
यह भी पढ़ें... क्यों बार बार आ जाते हैं कोर्ट के दायरे में राज्यपाल?
अपराध की आय के रूप में जाकिर की कुल 193.06 करोड़ रुपये की संपत्ति की पहचान की गई है। इससे पहले ईडी ने 22 दिसंबर 2016 को नाईक और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था। प्रवर्तन निदेशालय ने जाकिर नाइक की कुल संपत्तियों की कीमत 50.46 करोड़ रुपये लगाई है। जाकिर नाईक फिलहाल मलेशिया में रह रहा है।
यह भी पढ़ें... फोनी चक्रवात: 89 ट्रेनें रद्द, पर्यटकों के लिए तीन विशेष ट्रेनें लगाई गईं
कुछ महीने पहले ही जाकिर नाईक ने भारत सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि वह उसे फंसाने में लगी है और इंटरपोल पर उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के लिए लगातार दबाव बना रही है। नाईक ने एक बयान में कहा कि वह इस बात से अवगत हैं कि 'सरकार मेरे खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराने के लिए इंटरपोल पर दबाव बना रही है।' नाईक 2016 में भारत छोड़ कर भाग गया था।
यह भी पढ़ें... चारमीनार का एक हिस्सा टूट गया, जानें कैसे?
एनआईए की एक विशेष अदालत ने 2017 जून में नाईक को घोषित अपराधी करार दिया था। उस पर युवकों को आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के लिए उकसाने, घृणा फैलाने वाले भाषण देने और समुदायों के बीच शत्रुता फैलाने के आरोप हैं। एनआईए ने मुम्बई की एक अदालत में अक्टूबर 2017 में नाईक और अन्य के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था।
यह भी पढ़ें... सिर्फ मसूद अजहर नहीं ये Global Terrorist भी हैं पाकिस्तान में
जाकिर पर अपने भाषणों से मुस्लिम युवकों को दहशतगर्दी की ओर धकेलने का आरोप है। इन मामलों में उसका नाम सबसे पहले 2016 में बांग्लादेश की राजधानी ढाका में जुलाई 2016 में हुए आतंकी हमले के बाद आया था, जिसमें 18 विदेशी नागरिकों सहित 29 लोगों की जान चली गई थी। इन आतंकियों के जाकिर नाइक के भड़काऊ भाषाणों से प्रेरित होने का खुलासा हुआ था, जिसके बाद वह भारत से भाग गया था।