×

इन बैंकों के विलय के बाद होगा नया लोगो, जानिए क्या होगा असर

बैंको के विलय के बाद बैंक किसी इलाके में दो ब्रांच होने पर एक को बंद कर सकता है। बैंक में विलय हो रहे बैंकों के जारी क्रेडिट/डेबिट कार्ड को बदलना पड़ सकता है।

Shivakant Shukla
Published on: 10 Aug 2023 3:06 AM GMT
इन बैंकों के विलय के बाद होगा नया लोगो, जानिए क्या होगा असर
X

नई दिल्ली: पंजाब नेशनल बैंक, यूनाइडेट बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स इन तीनों बैंकों के विलय की प्रक्रिया के बीच बैंक के नए प्रतीक चिन्ह (लोगो) के लिए किसी बाहरी विशेषज्ञ की सलाह ली सकती है।

बता दें कि तीनों बैंकों की विलय प्रक्रिया अगले साल एक अप्रैल तक पूरी होने की उम्मीद है। विलय के बाद बनने वाला नया बैंक, भारतीय स्टेट बैंक के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक होगा। बताया जा रहा है कि इस नए बैंक का कुल कारोबार करीब 18 लाख करोड़ रुपये का होगा।

ये भी पढ़ें— मुसलमानों के लिए खतरे की घंटी: चीन तोड़ मस्जिद और कब्रिस्तान को, पढ़ें पूरा मामला

यूनाइटेड बैंक के शीर्ष अधिकारी ने कहा कि तीनों बैंकों के विलय से बनने वाले नए बैंक के नाम और चिन्ह तय करने के लिए अलग-अलग लोगों से राय मांगी गई है। वहीं अधिकारी ने बताया कि विलय के बाद बनने वाले नए बैंक की अलग पहचान के लिए उसका लोगो जरूरी होगा। तीनों बैंक के प्रबंध निदेशक और कार्यकारी निदेशक अगले सप्ताह बैठक करेंगे।

10 को मिलाकर बनेंगे 4 बैंक:

बताते चलें कि देश में 10 बैंकों को मिलाकर चार बैंक बनाए जाएंगे। इन बैंकों को 55,250 करोड़ रुपये दिये जाएंगे। इनमें अकेले पंजाब नेशनल बैंक को 16,000 करोड़ रुपये दिए जाएंगे।

PNB

ये भी पढ़ें— सोने का एटीएम कार्ड! ये है कीमत और खासियत

कस्टमर न हों परेशान

बैंकों के एकीकरण के बाद कस्टमर्स को नया खाता नंबर और कस्टमर आईडी मिल सकती है। ध्यान रहे कि इसके लिए खाताधारक को अपना ईमेल पता/और मोबाइल नंबर आपके बैंक के साथ अपडेट रखना होगा ताकि आपके खाता संख्या में बदलाव की सूचना आप तक पहुंच सके। आपके सभी खातों को एक सिंगल कस्टमर आईडी में टैग किया जाएगा।

क्या होगा ब्रांच और एटीएम का

बैंको के विलय के बाद बैंक किसी इलाके में दो ब्रांच होने पर एक को बंद कर सकता है। बैंक में विलय हो रहे बैंकों के जारी क्रेडिट/डेबिट कार्ड को बदलना पड़ सकता है।

ये भी पढ़ें— बेचारा पाकिस्तान: डेंगू मच्छरों से तो निपट नहीं पा रहा, चला है भारत से निपटने

Shivakant Shukla

Shivakant Shukla

Next Story