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कोटा से बच्चों को नहीं ले जाना चाहते नीतीश, ममता ने भी मारी पलटी

राजस्थान में भी कोरोना का प्रकोप जारी हैं। धीरे-धीरे भीलवाड़ा के बाद जयपुर, जोधपुर, उदयपुर , झालावाड़ और फिर कोटा में कोरोना के मरीज की संख्या बढ़ने लगी है। कोटा में जब से कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ी है। तब पूरे देश में हलचल मच गया है। कारण ये है कि कोटा में देश के ज्यादातर राज्यों के बच्चे पढ़ाई के लिए आते हैं।

suman
Published on: 21 April 2020 5:22 PM GMT
कोटा से बच्चों को नहीं ले जाना चाहते नीतीश, ममता ने भी मारी पलटी
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कोटा राजस्थान में भी कोरोना का प्रकोप जारी हैं। धीरे-धीरे भीलवाड़ा के बाद जयपुर, जोधपुर, उदयपुर , झालावाड़ और फिर कोटा में कोरोना के मरीज की संख्या बढ़ने लगी है। कोटा में जब से कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ी है। तब पूरे देश में हलचल मच गया है। कारण ये है कि कोटा में देश के ज्यादातर राज्यों के बच्चे पढ़ाई के लिए आते हैं।

इसलिए कोटा के बच्चों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बयान आया है। सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि कोटा के बच्चों को भेजने के लिए हमने देश के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की है। बिहार और पश्चिम बंगाल के सीएम नीतीश कुमार और ममता बनर्जी के अलावा सब बच्चों को ले जाने को तैयार हैं।

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हमारी कुछ मजबूरियां..

राज्य के सीएम अशोक गहलोत के अनुसार, ममता बनर्जी और नीतीश कुमार का कहना है कि हमारे बहुत सारे मजदूर फंसे हुए हैं। हमारी कुछ मजबूरियां हैं, लेकिन ये 14-15 साल के मासूम बच्चे हैं। इनके लिए भारत सरकार ने पहले ही इजाजत दी थी, अब सोचना चाहिए।इससे पहले सोमवार को राजस्थान के सीएम ने कहा था कि कोटा में फंसे अपने राज्य के छात्रों को ले जाने के लिए पांच और राज्य सहमत हो गए हैं। इसमें मध्य प्रदेश, गुजरात, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और असम शामिल थे, लेकिन अब पश्चिम बंगाल सरकार पीछे हट गई है।

केंद्र नहीं समझ रहा..

सीएम गहलोत का कहना कि छात्रों और प्रवासी मजदूरों के बारे में पीएम मोदी को अवगत कराया गया था। सोमवार को हमने गृह मंत्री से भी बात की है। इस मामले में 4 से 5 बार पत्र लिख चुके हैं। उन्होंने कहा कि चाहे मीडिया हो या राज्य, सभी चाहते हैं कि मजदूरों को वापस भेजा जाए। उसके बावजूद केंद्र नहीं समझ रहा है।

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झारखंड के छात्र निराश

झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने सोमवार को पीएम मोदी से इस विषय पर बात की और उन्हें यह बताया था कि यूपी सरकार की ओर से अपने प्रदेश के छात्रों को बुलाने के बाद झारखंड के छात्र निराश हुए हैं। कोटा में रहकर छात्र मेडिकल, इंजीनियरिंग जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी करते हैं।

बता दें कि उत्तर प्रदेश के बाद मध्य प्रदेश ने भी राजस्थान के कोटा से अपने बच्चों को वापस लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। लॉकडाउन की वजह से मध्य प्रदेश के करीब 2000 बच्चे कोटा में फंसे हैं। बता दें कि देश में कोरोना महामारी से मौत का आंकड़ा 600 के पार हो गया है। वहीं कुल मरीजों की संख्या 19 हजार के करीब है। कोरोना वायरस ने सबसे ज्यादा कहर महाराष्ट्र में बरपाया है।

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