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Amritpal Singh : अमृतपाल स्वर्ण मंदिर में कर सकता है सरेंडर ! पंजाब में होने की आशंका...चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजर
Amritpal Singh Case: अमृतपाल सिंह फिलहाल पंजाब में ही छिपा हुआ है। उसके होशियारपुर जिले में छिपे होने की आशंका है।
Amritpal Singh Case: खालिस्तानी समर्थक और 'वारिस पंजाब दे' संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह सरेंडर कर सकता है। पंजाब पुलिस (Punjab Police) और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने अंदेशा जताया है कि 'भगोड़ा' अमृतपाल अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में मीडिया के सामने सरेंडर करने की फिराक में है। दरअसल, अमृतपाल ने फरारी के दौरान अपने कुछ संपर्क के जरिये हाल में ही उत्तराखंड (Uttarakhand) के कुछ धार्मिक समुदाय के लोगों से शरण की गुहार लगाई थी। लेकिन, उन्होंने उसकी अपील ठुकरा दी।
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इस संबंध में सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि, अमृतपाल जुगत में है कि, पंजाब में किसी बड़े धार्मिक स्थान में वो आत्मसमर्पण कर दे। एजेंसियों के अनुसार, ये अमृतपाल सिंह का 'विक्टिम कार्ड' है। लेकिन, पंजाब पुलिस उसे पहले ही उसे गिरफ्तार करने की कोशिशों में जुटी है। पुलिस का कहना है कि वो अमृतपाल के बेहद करीब है।
बता दें कि अमृतपाल सिंह के सर्च ऑपरेशन को 10 दिन से अधिक हो चुके हैं। लेकिन भगोड़ा अमृतपाल अब तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ पाया है। उसके नेपाल भागने की चर्चा जोरों पर है। इस बीच उसे लेकर एक और बड़ी खबर आई है। अमृतपाल सिंह फिलहाल पंजाब में ही छिपा हुआ है। उसके होशियारपुर जिले में छिपे होने की आशंका है। पंजाब पुलिस ने जिले की ओर जाने वाली सभी सड़कों को सील कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने होशियारपुर और फगवाड़ा रोड को पूरी तरह से सील कर दिया है। होशियारपुर जिले के मनैया गांव के पास नाका लगाया गया है। मनैया समेत आसपास के गावों में सख्त सर्च ऑपरेशन चल रहा है। एक-एक घर की तालाशी ली जा रही है। पंजाब पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, भगोड़े खालिस्तानी नेता को लेकर किसी भी वक्त बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
पुलिस को फिर चकमा देकर भागा अमृतपाल
अलगाववादी नेता अमृतपाल सिंह पिछले 10 दिनों से पंजाब पुलिस और खुफिया एजेंसियों को चकमा देते हुए तेजी से अपने लोकेशन बदल रहा है। पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह उस जगह निकल गया होता है। इस बीच एकबार फिर पंजाब पुलिस उसके बेहद करीब पहुंच गई थी। पुलिस की इंटेलिजेंस यूनिट की एक टीम अमृतपाल के कार के पीछे-पीछे चल रही थी।
अमृतपाल और उसके साथी लुधियाना नंबर वाली एक सफेद कलर की इनोवा कार में सवार थे। पुलिस ने आगे जैसे ही कार को रोकने की कोशिश की, उन्होंने गाड़ी को भगा लिया। ऐसे में पुलिस ने उसकी गाड़ी का पीछा करना शुरू कर दिया, फिर ड्राइवर ने मनैया गांव स्थित एक गुरूद्वारे में कार घुसा दी। पुलिस की मुताबिक, कार में सवार अमृतपाल समेत चारों युवक ने गुरूद्वारे में कार को खड़ी करके वहां से पैदल फरार हो गए। पुलिस को गाड़ी चालू हालत में मिली थी।
ऐसे में पंजाब पुलिस अमृतपाल सिंह के बेहद करीब पहुंचने के बावजूद एकबार फिर उसे गिरफ्तार नहीं कर पाई। पुलिस ने पूरे गांव को सील कर दिया है। लोगों को 4 से 5 किमी पहले ही रोक लिया जा रहा है। किसी भी अज्ञात शख्स को गांव में घुसने नहीं दिया जा रहा है। पुलिस के तमाम आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।
दीवार फांदकर भागा अमृतपाल
मनैया गांव के सरपंच जसविंदर सिंह ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार रात साढ़े 8 बजे एक इनोवा कार गांव में दाखिल हुई थी और गुरूद्वारा साहिब की ओर निकली थी। उसके पीछे एक और कार थी और उसके पीछे पुलिस की गाड़ियां थीं। लेकिन आगे का रास्ता बंद होने के कारण इनोवा में चल रहे युवकों ने कार को गुरूद्वारे के अंदर घुसा दिया और फिर दीवार फांदकर फरार हो गए। पुलिस ने अमृतपाल की कार को कब्जे में लेकर इलाके में सघन सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।