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आंध्र प्रदेश: एक दिन में मिले 422 शिक्षक-छात्र कोरोना संक्रमित, सरकार पर उठे सवाल
कोरोना संक्रमण से जब पूरी दुनिया जूझ रही है और अभी तक इस पर काबू नहीं पाया जा सका है ऐसे में स्कूलों को खोले जाने को लेकर सवाल उठते रहे हैं।
लखनऊ: आंध्र प्रदेश में स्कूली बच्चों और शिक्षकों के बड़ी तादाद में कोरोना संक्रमित पाए जाने की घटना ने सनसनी मचा दी है। इतनी बड़ी तादाद में एक साथ बच्चों और शिक्षकों के संक्रमित मिलने पर अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या कोरोना की तीसरी लहर के वापसी के मौके पर बच्चों की जान जोखिम में डालना उचित है। दूसरी और आंध्रप्रदेश सरकार का यह बयान भी लोगों को हैरत में डालने वाला है कि संक्रमित लोगों की तादाद बेहद मामूली है।
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कोरोना संक्रमण से जब पूरी दुनिया जूझ रही है
कोरोना संक्रमण से जब पूरी दुनिया जूझ रही है और अभी तक इस पर काबू नहीं पाया जा सका है ऐसे में स्कूलों को खोले जाने को लेकर सवाल उठते रहे हैं। आंध्र प्रदेश की जगन मोहन रेड्डी सरकार ने गरीब और आदिवासी बच्चों की शिक्षा प्राथमिकता गिनाते हुए स्कूलों को शुरू करने का फैसला किया और सिर मुड़ाते ही ओले पड़ गए। स्कूल खुलने के बाद आंध्र प्रदेश में एक ही दिन में 422 स्कूल शिक्षक और छात्र कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए। इनमें से 262 छात्र हैं जबकि 160 शिक्षक हैं।
शिक्षक और छात्रों के कोरोना संक्ररमित पाए जाने से उन लोगों को सरकार की आलोचना करने का मौका मिल गया है जो बच्चों की जीवन सुरक्षा को प्राथमिकता देने का समर्थन करते रहे हैं। हालांकि इस पूरे मामले में आंध्रप्रदेश सरकार के शिक्षा विभाग के अधिकारी बचाव की मुद्रा में हैं और आंकडों को का हवाला देकर हालात नियंत्रित बताने में जुट गए हैं।
शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने मीडिया को जानकारी दी है
शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने मीडिया को जानकारी दी है कि दो नवंबर को स्कू ल खोले जाने के बाद एक दिन में करीब चार लाख छात्र स्कूल पहुंचे, इनमें संकमित छात्रों की संख्या 262 है, जो 0।1 प्रतिशत भी नहीं है। यह कहना सही नहीं होगा कि स्कूल जाने से छात्र संक्रमित हुए। प्रत्येक कक्षा में केवल 15 या 16 छात्र ही मौजूद रहते हैं। आंध्र प्रदेश में 9वीं और 10वीं कक्षा के लिए 9.75 लाख विद्यार्थी पंजीकृत हुए हैं। इनमें से 3।93 लाख विद्यार्थी स्कूल आए। कुल 1.11 लाख शिक्षकों में से 99,000 से अधिक शिक्षकों ने शैक्षिक संस्थानों में विद्यार्थियों को पढ़ाया। आंध्र में 1.11 लाख शिक्षक हैं इनमें से करीब 160 शिक्षक ही कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
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उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के नेता डॉ आरपी मिश्र ने कहा
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के नेता डॉ आरपी मिश्र ने कहा कि कोरोना खतरे को देखते हुए स्कू लों का संचालन उचित नहीं है। बच्चों और शिक्षकों के घर से आने-जाने के दौरान भी संक्रमित होने का खतरा बना हुआ है। सरकारों को अपने फैसलों पर दोबारा विचार करना चाहिए। आंध्र प्रदेश ने सभी के सामने मिसाल पेश कर दी है कि अगर लापरवाही करेंगे तो नुकसान भी बड़ा होगा।
अखिलेश तिवारी
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